ईटानगर (मानवीय सोच) : चीन ने एक बार फिर गुस्ताखी की है। आरोप है कि चीन की पीपुल्स लिब्रेशन आर्मी (पीएलए) ने भारतीय सीमा में घुसकर एक लड़के को अगवा कर लिया है। राज्य के सांसद तापिर गाओ ने इस बारे में केंद्र को सूचित किया। केंद्र सरकार ने गुरुवार को कहा कि उसने चीनी सेना को बच्चे का पता लगाने और प्रोटोकॉल के मुताबिक उसे वापस सौंपने को कहा है।
रक्षा सूत्रों ने गुरुवार को बताया कि अरुणाचल प्रदेश से मिराम तरोन के लापता होने के बारे में सूचना मिलने पर भारतीय सेना ने तुरंत पीएलए से संपर्क किया। पीएलए से उनके इलाके में उसका पता लगाने और उसे एएसटीडी प्रोटोकॉल के अनुसार वापस करने के लिए सहायता मांगी गई है।
अरुणाचल के सांसद गाओ ने बताया कि लड़के का अपहरण अप्पर सियांग जिले से बुधवार को किया गया। सांसद ने बताया कि पीएलए ने एक और लड़के के अपहरण की कोशिश की, लेकिन वह भागने में कामयाब रहा। इसी लड़के ने स्थानीय प्रशासन को अपने साथी के अपहरण की जानकारी दी। गाओ ने बताया कि उन्होंने इस पूरे मामले की जानकारी गृह राज्यमंत्री नीतीश प्रमाणिक को दी और सरकारी एजेंसियों के जरिए जल्द ही उसे रिहा कराने की मांग की।
इससे पहले सितंबर 2020 में भी चीन ने इसी तरह की हरकत की थी। पीएलए ने अरुणाचल के ऊपरी सुबनसिरी ज़िले से पांच लोगों का अपहरण कर लिया था। स्थानीय मीडिया की ओर से यह मामला उठाए जाने के बाद तत्कालीन गृह राज्यमंत्री किरेन रिजिजू ने मामले को चीन के सामने रखा था और अपहृत लोगों की रिहाई सुनिश्चित करवाई थी।