शाहजहांपुर (मानवीय सोच) प्रचंड बहुमत के साथ एक बार फिर भाजपा के सत्ता में वापस आते ही महकमो में कार्रवाई शुरू हो गई है। इसका असर भी दिखने लगा है। सरकार बदलते ही मतदान वाले दिन भाजपा कार्यकर्ताओं को पीटने वाले पुलिस कर्मियों पर गाज गिर गई। एक नहीं दो नहीं एसएचओ को छोड़कर पूरा थाना ही बदल दिया गया। इन पुलिसकर्मियों पर सपा प्रत्याशी का साथ देने का आरोप लगा था।
मामला शाहजहांपुर जिले के निगोही थाना क्षेत्र का है।
दूसरे चरण में यहां वोटिंग हुई थी। आरोप है कि वोटिंग के दौरान ही सपा प्रत्याशी के कार्यकर्ता के तौर पर निगोही थाने पुलिस काम कर रही थी। इसकी जानकारी जब भाजपा कार्यकर्ताओं को हुई तो वह थाने में शिकायत लेकर पहुंचे। आरोप है कि यहां भाजपा कार्यकर्ताओं को निगोही थाने की पुलिस ने जमकर पीट दिया था। भाजपा कार्यकर्ताओं का आरोप था कि पुलिस वालों का नेतृत्व सपा प्रत्याशी रोशनलाल वर्मा का बेटा कर रहा था।
रोशन लाल वर्मा भाजपा से विधायक थे, हालांकि बाद में भाजपा छोड़कर वह सपा में शामिल हो गए थे। थाने में भाजपा कार्यकर्ताओं की पिटाई के बाद भारी बवाल भी हुआ था। 10 मार्च को नतीजे आए तो पुलिस वालों के माथे पर चिंता की लकीरें दिखने लगीं। नतीजों के बाद चुनाव आयोग ने आचार संहिता हटाई तो अफसर भी एक्शन में आ गए। एसपी ने निगोह थाने के एसएचओ को छोड़कर पूरा स्टाफ ही बदल दिया।
इस मामले में जब एसपी से बात की गई तो उन्होंने कहा, उपनिरीक्षकों समेत 25 लोगों के स्टाफ को लाइन में भेजा है। निगोह थाने में दूसरे पुलिसकर्मियों को भेजा गया है। इतनी बड़ी संख्या में फेरबदल के सवाल पर एसपी ने कहा, यह कार्रवाई नहीं है, थाने में स्टाफ को ट्रेनिंग आदि की रूटीन प्रक्रिया के तहत बदला गया है। लेकिन सियासी गलियारों में इसे भाजपा कार्यकर्ताओं की थाने में हुई पिटाई से जोड़कर देखा जा रहा है।