मुख्तार अंसारी पर पीएम मोदी का हमला, दंगों के दौरान खुली जीप में घूमने वाले आज घुटनों पर हैं

गाजीपुर (मानवीय सोच) यूपी में सात चरणों में हो रहे विधानसभा चुनाव में छह चरणों का प्रचार खत्म हो चुका है। सातवें और अंतिम चरण के लिए सभी पार्टियों ने ताकत झोंक दी है। भाजपा की तरफ से खुद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ताबड़तोड़ सभाएं कर रहे हैं। बुधवार को उन्होंने सोनभद्र के बाद मुख्तार अंसारी के गृह जिले गाजीपुर में जनसभा को संबोधित किया।

इस दौरान उनके निशाने पर बाहुबली विधायक और माफिया मुख्तार अंसारी के साथ ही अखिलेश यादव रहे। प्रधानमंत्री मोदी ने यहां से भाजपा विधायक रहे कृष्णा नंद राय हत्याकांड की याद दिलाई और बिना मुख्तार अंसारी का नाम लिये कहा कि जो लोग दंगों के दौरान खुली जीप में घूमते थे, आज घुटनों पर हैं।
पीएम मोदी ने कहा कि परिवारवादियों के शासन में यहां की पहचान माफिया और बाहुबली बन गए थे। ये पहचान बदलने वालों को सजा देने का अब मौका है। आपको वोट देकर उन्हें सजा देनी है।

पीएम मोदी ने गाजीपुर के रहने वाले परमवीरचक्र विजेता वीर अब्दुल हमीद और उनकी पत्नी को भी याद किया। कहा कि अब्दुल हमीद की पत्नी का मुझे आशीर्वाद भी मिला है। पीएम मोदी ने कहा कि यह चुनाव घोर परिवारवादियों और राष्ट्रवादियों के बीच है। परिवारवादी लोगों ने ठान रखा था कि विकास नहीं होने देना है। हमने भी ठान कर रखा था कि गाजीपुर के लोगों की सेवा करनी है, सेवा करके रहेंगे।

पीएम मोदी ने गाजीपुर के पूर्व सांसद मनोज सिन्हा की तारीफ करते हुए कहा कि आज वह भारत के मुकुट कश्मीर को संभाल रहे हैं। गाजीपुर में मनोज सिन्हा के समय हुए विकास कार्यों की पीएम मोदी ने सराहना की। कहा कि यहां पर कनेक्टिविटी की समस्या दूर हो रही है। ताड़ीघाट रेलमार्ग की मांग छह दशक से हो रही थी। इसे हमारी सरकार ने शुरू कराया। विकास को गति देने के लिए पूर्वांचल एक्सप्रेस वे का निर्माण शुरू हो चुका है। गाजीपुर-बलिया और बक्सर को जोड़ने के लिए भी ऐसा ही काम चल रहा है।

पीएम मोदी ने कहा कि इन परिवारवादियों ने जिस तरह सुख चैन का जीवन गुजारा है, वह कभी भी गरीब का दर्द नहीं समझ सकते हैं। इन्हें माताओं बहनों को चूल्हे के धुंए से जो तकलीफ होती है, इसका अंदाजा भी नहीं था। हमारी सरकार ने गरीब माताओं-बहनों को उज्जवला का गैस कनेक्शन दिया है। यह वही लोग हैं जो शौचालय की बात करने पर हम लोगों का मजाक उड़ाते थे। इन परिवारवादियों को हमारी असहनीय पीड़ा भी कभी नहीं समझ आई। इनकी नजर विकास के लिए आए पैसों पर है।

पीएम मोदी ने कहा कि ये लोग इतने असंवेदनशील हैं कि दिव्यांग, वृद्ध और असहाय की पेंशन का पैसा भी खा जाते थे। आज भी इन लोगों की सोच वही है। इन लोगों की नजर आपके विकास के लिए आए हुए पैसों पर है। इसलिए आपको इन परिवारवादियों से सावधान रहना बहुत जरूरी है।

पीएम मोदी ने गाजीपुर के पूर्व सांसद विश्वनाथ गहमरी को भी याद किया। कहा कि किस तरह से गहमरी जी ने संसद में बताया था कि लोग गोबर से गेहूं निकालकर उसे धोकर अपना पेट भरने को मजबूर हैं। जिसके दिल में गरीब के लिए दर्द हो, वह गरीबों को इस तरह नहीं छोड़ सकता है। हमने कोरोना जैसे काल में भी गरीबों को मुफ्त अनाज देकर उनका पेट भरने का काम किया है।

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