चंडीगढ़ (मानवीय सोच) राहुल गांधी के पंजाब के दौरे में भी कांग्रेस बंटी हुई नजर आई। कांग्रेस के ही 5 सांसदों ने राहुल के दौरे का बायकॉट किया। इनमें मनीष तिवारी, रवनीत बिट्टू, जसबीर डिम्पा, मोहम्मद सिद्दीकी और परनीक कौर शामिल हैं। परनीत कौर सूबे के पूर्व सीएम कैप्टन अमरिंदर सिंह की पत्नी हैं। कैप्टन अमरिंदर सिंह ने कांग्रेस छोड़कर पंजाब लोक कांग्रेस के नाम से नई पार्टी का गठन किया है और भाजपा के साथ गठबंधन में चुनाव लड़ रहे हैं।
हालांकि कांग्रेस की ओर से सांसदों के बायकॉट की खबरों को खारिज किया गया है। पार्टी के सांसद जसबीर सिंह गिल ने ट्वीट कर कहा कि इस इवेंट में सिर्फ 117 कांग्रेस प्रत्याशियों को ही बुलाया गया था। सांसदों को आमंत्रण ही नहीं था। इसलिए बायकॉट जैसी कोई बात ही नहीं है। इससे पहले उन्होंने एक ट्वीट करते हुए कहा था कि एक निजी काम के चलते मैं अमृतसर के कार्यक्रम में नहीं पहुंच सका। इस संबंध में मैंने लीडरशिप को जानकारी दे दी है। कृपया कोई अनुमान न लगाएं।
राहुल गांधी का मिशन पंजाब आज से शुरू हुआ है। राहुल स्पेशल फ्लाइट से आज अमृतसर पहुंचे, जहां मुख्यमंत्री चरणजीत चन्नी और पंजाब कांग्रेस चीफ नवजोत सिद्धू की अगुवाई में कांग्रेस नेताओं ने उनका स्वागत किया। इसके बाद राहुल श्री दरबार साहिब पहुंचे, जहां उन्होंने कांग्रेस उम्मीदवारों के साथ माथा टेकने के बाद लंगर खाया। इसके बाद वह जलियांवाला बाग देखने गए। यहां उन्होंने शहीदों को श्रद्धांजलि दी। राहुल श्री दुर्ग्याणा मंदिर और भगवान वाल्मीकि तीर्थ में भी माथा टेकने गए।
‘पंजाब फतेह’ के नाम से राहुल की वर्चुअल रैली
जालंधर के मिट्ठापुर में दोपहर साढ़े 3 से साढ़े 4 बजे तक ‘पंजाब फतेह’ के नाम से राहुल के वर्चुअल रैली को संबोधित करने का कार्यक्रम है। महीने की शुरुआत में भारत के चुनाव आयोग द्वारा शारीरिक रैलियों पर प्रतिबंध लगाने के बाद से राहुल गांधी की यह पहली पंजाब यात्रा है। गौरतलब है कि पंजाब में 20 फरवरी को विधानसभा चुनाव होंगे। मतों की गिनती 10 मार्च को होगी।
टिकट बंटवारे को लेकर कांग्रेस में विरोध
पंजाब विधानसभा चुनाव को लेकर कांग्रेस की ओर से जारी 23 उम्मीदवारों की दूसरी सूची के बाद कई दावेदारों ने टिकट नहीं मिलने पर असंतोष जाहिर किया है। इनमें पूर्व मंत्री जगमोहन सिंह कांग, दमन बाजवा, सतविंदर बिट्टी और मौजूदा विधायक अमरीक सिंह ढिल्लों भी शामिल हैं। खरड़ से पार्टी का टिकट मांग रहे जगमोहन सिंह कांग ने आरोप लगाया कि मुख्यमंत्री चरणजीत सिंह चन्नी ने उनकी उम्मीदवारी का विरोध किया। कांग ने दावा किया कि चन्नी ने ही शराब ठेकेदार विजय शर्मा का समर्थन किया।