फरीदाबाद (मानवीय सोच) हरियाणा के फरीदाबाद शहर से एक दिल दहला देने वाली खबर आई है. ग्रेटर फरीदाबाद के सेक्टर 81 स्थित दिल्ली पब्लिक स्कूल के दसवीं कक्षा के छात्र ने स्कूल से परेशान होकर अपने घर की 15वीं मंजिल से छलांग लगाकर आत्महत्या कर ली. छात्र ने मरने से पहले स्कूल के सारे काले चिट्ठे अपने सुसाइड नोट में लिख दिए थे.
कई सालों से इसी स्कूल में पढ़ा रहीं मां
मृतक छात्र की बदनसीब मां अपने बेटे के ही स्कूल में पिछले कई सालों से बच्चों को शिक्षा दे रही थी. हालांकि उन्हें क्या पता था कि जिस स्कूल में या पिछले कई सालों से सेवा दे रही हैं. उसी स्कूल के कारण इसका मासूम बेटा इस दुनिया को छोड़ कर चला जाएगा.
बेटे को मिल रही थी स्कूल में यातनाएं
पिछले कई महीनों से लगातार स्कूल के अंदर कुछ लड़के इसके बेटे को कई तरह की यातनाएं दे रहे थे जिनका जिक्र स्कूल प्रबंधक को कई बार यह महिला और उसका बेटा कर चुके थे. हैरानी की बात है कि नामी-गिरामी स्कूल का नाम खराब ना हो, इसके चलते उन छात्रों के ऊपर किसी प्रकार की भी कोई कार्रवाई नहीं की गई.
नामी स्कूल के अंदर हुई प्रताड़ना
हैरानी की बात तो यह है कि मृतक छात्र की मां भी इसी स्कूल में कई वर्षों से बच्चों को शिक्षा देती आ रही है. इसके बावजूद भी खुद के बच्चों का इस तरीके से प्रताड़ना इतने बड़े नामी स्कूल के अंदर होना कहीं ना कहीं स्कूल प्रशासन की कार्यप्रणाली पर सवालिया निशान खड़े करते हैं.
सुसाइड नोट के आधार पर आगे की कार्रवाई
हालांकि इस पूरे मामले पर स्कूल प्रबंधक की ओर से जब हमने जानने की कोशिश की तो किसी ने भी कुछ भी बोलने से मना कर दिया. फिलहाल पुलिस ने इस पूरे मामले पर सुसाइड नोट के आधार पर आगे की कार्रवाई शुरू कर दी है. अब देखने वाली बात यह होगी कि पुलिस आरोपियों के खिलाफ क्या कुछ कार्रवाई अमल में लाती है.