बेंगलुरु (मानवीय सोच) कर्नाटक का हिजाब विवाद अब बड़ा रूप लेता जा रहा है। हिजाब के विरोध में सोशल मीडिया पर पोस्ट लिखने वाले 23 साल के बजरंगदल कार्यकर्ता हर्षा की हत्या के बाद माहौल और भी तनावपूर्ण हो गया है। युवक शिवमोगा का रहने वाला था। पुलिस के मुताबिक रविवार रात 9 बजे उसकी चाकू से गोदकर हत्या कर दी गई। इलाके में कई गाड़ियां जला दी गईं। स्थिति को देखते हुए प्रशासन ने धारा 144 लगा दी। वहीं मृतक हर्षा का शव सुरक्षा के बीच पोस्ट मॉर्टम के लिए भेजा गया। पोस्टमॉर्टम के बाद पुलिस सुरक्षा के बीच शव उसके घर लाया गया।
मृतक के घर पर भी लोगों को जमावड़ा था। इस हत्या के विरोध में कई हिंदू संगठन प्रदर्शन कर रहे हैं। हालांकि पुलिस ने यह स्पष्ट नहीं किया है कि हत्या की वजह क्या थी। जानकारी के मुताबिक हर्षा ने अपने फेसबुक पर हिजाब के विरोध में और भगवा गमछे के समर्थन में पोस्ट लिखी थी। इसके अलावा हिजाब के विरोध में होने वाले प्रदर्शनों में भी वह शामिल था।
हर्षा के शव जब उनके घर ले जाया जा रहा था तो हिंदू संगठनों के लोग एंबुलेंस के साथ चल रहे थे।शिवमोगा में तनाव इतना बढ़ा है कि दो दिनों के लिए स्कूल कॉलेज भी बंद कर दिए गए हैं।
हत्या पर सियासत भी गर्म
इस हत्या के बाद राजनीति भी शुरू हो गई है। कर्नाटक के गृह राज्य मंत्री का कहना है कि हिजाब से इस हत्या का कोई कनेक्शन नहीं है। वहीं मंत्री ईश्वरप्पा ने कहा है कि विशेष समुदाय के लोगों ने हत्या करवाई है। उन्होंने डीके शिवकुमार पर हत्या के लिए भड़काने का भी आरोप लगाया है। वहीं शिवकुमार का कहना है कि ईश्वरप्पा के खिलाफ केस दर्ज होना चाहिए। उन्होंने ईश्वरप्पा को पद से हटाने की भी मांग की है।