# कैसे अर्श से फर्श तक पहुंचे नरेश गोयल?

नई दिल्ली : (मानवीय सोच) बात सन 1967 की है. पटियाला के बिक्रम कॉलेज ऑफ कॉमर्स से ग्रेजुएशन कर रहे करीब 17-18 साल के एक लड़के ने ईस्ट वेस्ट नाम की ट्रैवल एजेंसी में नौकरी की शुरुआत की. ग्रेजुएशन की डिग्री मिलने में अभी वक्त था. लेकिन घर के हालात ऐसे थे कि कम उम्र में ही उसके ऊपर परिवार की जिम्मेदारी आ गई

पिता का साया माथे से बचपन में ही उठ चुका था. 11 साल की उम्र में सिर से छत भी छिन गई थी क्योंकि परिवार ऐसे मुश्किल आर्थिक संकट से गुजरा कि घर तक नीलाम हो गया. फिर उसे अपनी मां के साथ चाचा के घर में रहना पड़ा. 

लेकिन कहते हैं न कि वक्त की खासियत है कि ये बदल जाता है… तो उसका भी वक्त बदला और ऐसा बदला कि वो देश के एविएशन सेक्टर का आईकॉन बन गया ये कहानी है जेट एयरवेज की नींव रखने वाले नरेश गोयल की, जिन्हें शनिवार की सुबह ईडी ने बैंक फ्रॉड के मामले में गिरफ्तार किया है