लखनऊ : (मानवीय सोच) पसमांदा मुस्लिम समाज के राष्ट्रीय अध्यक्ष एवं पूर्व राज्य मंत्री अनीस मंसूरी ने कहा कि पसमांदा मुसलमानों का विकास पांच किलो गेहूं-चावल देने की योजना से नही हो सकता। उन्होंने कहा कि पसमांदा मुसलमानों का मर्ज अलग है, इसलिये प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी को दवा भी अलग देनी चाहिये। वो संगठन की कार्यकारिणी बैठक को संबोधित कर रहे थे।
अलीगंज स्थित बैंकेट हॉल में आयोजित बैठक को संबोधित करते हुये उन्होंने कहा कि पसमांदा समाज अब राजनीतिक पार्टियों का वोटबैंक नही बनेगा। पीएम मोदी को पसमांदा मुसलमानों का दर्द अच्छी तरह से पता है लेकिन वह पांच किलो गेहूं चावल जैसी सरकारी योजनाओं की गिनती करवा कर भाजपा की तरफ आकर्षित करना चाहते हैं। यही वजह है कि भाजपा देशभर में पसमांदा यात्रा निकालने की तैयारियों में जुटी है।