वाशिंगटन (मानवीय सोच): अमेरिकी नियामकों ने दवा निर्माता कंपनियों फाइजर और बायोएनटेक से छह महीने से लेकर 5 साल तक के बच्चों के लिए उनकी कोविड-19 वैक्सीन की दो डोज के आपातकालीन उपयोग के लिए आवेदन करने को कहा है, जबकि तीन डोज वाले टीके पर आंकड़े का इंतजार किया जा रहा है। इस कदम का मकसद जल्द से जल्द फरवरी के अंत तक उनके लिए वैक्सीन का रास्ता साफ करना है।
समाचार एजेंसी एएनआई के मुताबिक मंगलवार को फाइजर और बायोएनटेक ने बयान जारी करके कहा है, ‘यूएस फूड एंड ड्रग एडमिनिस्ट्रेशन (FDA) की ओर से किए गए आग्रह के बाद कंपनियों ने 6 महीने से लेकर 5 साल तक के बच्चों के लिए बनी फाइजर-बायोएनटेक कोरोना वैक्सीन के इमरजेंसी इस्तेमाल के लिए अप्लाई किया गया है।
अगर इस वैक्सीन को मंजूरी मिलती है तो यह पांच साल तक के बच्चों को दी जाने वाली दुनिया की पहली वैक्सीन बन जाएगी। फाइजर के चेयरमैन और सीईओ अल्बर्ट बूर्ला ने कहा है कि पांच साल से कम उम्र के बच्चों का जैसे ही अस्पतालों में भर्ती होना बढ़ रहा है, वैसे ही हमारा लक्ष्य भविष्य के कोरोना वेरिएंट को लेकर तैयार रहने और पैरेंट्स को कोरोना वायरस से बच्चों को बचाने के विकल्प मुहैया कराना है।
फाइजर और बायोएनटेक ने कहा है कि उन्हें कुछ ही दिनों में इस सबमिशन प्रक्रिया के पूरे होने की उम्मीद है। फाइजर के शुरुआती आंकड़ों से पता चला है कि टीका – जो छोटे बच्चों को वयस्कों के टीके की तुलना के हिसाब से दसवें हिस्से में दिया जाता है – सुरक्षित हैं और एक प्रतिरक्षा प्रतिक्रिया पैदा करता है।
हालांकि पिछले साल फाइजर ने घोषणा की थी कि दो डोज वाला टीका दो से पांच साल के बच्चों में कोविड-19 को रोकने में कम प्रभावी साबित हुआ, और नियामकों ने कंपनी को इस विश्वास पर अध्ययन में तीसरी खुराक जोड़ने के लिए प्रोत्साहित किया कि एक और खुराक वयस्कों में बूस्टर खुराक की तरह प्रभावशीलता को बढ़ाएगी।