नई दिल्ली (मानवीय सोच) भारत में क्रिप्टोकरेंसी की राह मुश्किल होती जा रही है। आम बजट में क्रिप्टो पर टैक्स लगाने का ऐलान किया गया तो अब आरबीआई गवर्नर शक्तिकांत दास ने निवेशकों को अलर्ट किया है। आरबीआई गवर्नर ने कहा कि हम क्रिप्टोकरेंसी के पहले के स्टैंड पर आज भी बरकरार हैं। ये इकोनॉमी के लिए बेहद खतरनाक है।
मीडिया से बातचीत के दौरान आरबीआई गवर्नर शक्तिकांत दास ने कहा, पहले मैंने ये कहा था कि निवेशक अपना फैसला खुद करें लेकिन निवेशकों को अपने दिमाग में ये बात रखनी होगी कि जो भी निवेश कर रहे हैं, वो उनकी जिम्मेदारी है। इसको लेकर आरबीआई की ओर से किसी तरह का नियम नहीं बनाया गया है।
डिजिटल करेंसी पर क्या कहा:
आरबीआई के डिप्टी गवर्नर टी रविशंकर ने कहा कि हम करीब डेढ़ साल से सेंट्रल बैंक डिजिटल करेंसी (CBDC) पर काम कर रहे हैं। इस बार के बजट में प्रस्ताव है कि डिजिटल करेंसी के लिए आरबीआई एक्ट में बदलाव किया जाएगा।
इस बदलाव के बाद हम आगे बढ़ सकते हैं। ये कब तक लॉन्च होगा, इस सवाल के जवाब में आरबीआई गवर्नर शक्तिकांत दास ने कहा कि हम कोई टाइमलाइन नहीं देना चाहते हैं। हम जल्दाबाजी में नहीं हैं, इसे पूरी तरह से सुरक्षित और सावधानी से इसे लॉन्च करेंगे। वहीं, डिप्टी गवर्नर टी रविशंकर ने बताया कि सरकार इस करेंसी के लिए किसी बाहरी एजेंसी की मदद नहीं ले रही है।
महंगाई पर क्या बोले: बीते कुछ महीनों से कच्चे तेल की कीमतों में बढ़ोतरी हुई है लेकिन पेट्रोल-डीजल के दाम यथावत बरकरार है। वहीं, चालू वित्त वर्ष के लिए रिजर्व बैंक ने मुद्रास्फीति अनुमान को 5.3 प्रतिशत पर स्थिर रखा है, जो आरबीआई के संतोषजनक स्तर के काफी करीब है। इस अनुमानित आंकड़े पर रिजर्व बैंक के गवर्नर शक्तिकांत दास ने भी प्रतिक्रिया दी है। शक्तिकांत दास ने कहा कि हम हर स्थिति से अवगत हैं। हमने सबकुछ समझ कर ये अनुमान लगाया है।
शक्तिकांत दास ने कहा कि मुख्य मुद्रास्फीति संतोषजनक दायरे के उच्च स्तर पर बनी हुई है। हालांकि पिछले साल नवंबर में पेट्रोल और डीजल पर कर कटौती से कुछ हद तक कच्चे माल की लागत को लेकर दबाव नरम पड़ने की उम्मीद है।
रेपो रेट में बदलाव नहीं:
आपको बता दें कि आरबीआई ने एक बार फिर रेपो रेट में कोई बदलाव नहीं किया है। आरबीआई ने इसे चार प्रतिशत पर बरकरार रखा। इसका मतलब है कि बैंक कर्ज की मासिक किस्त में कोई बदलाव नहीं होगा।
यह लगातार 10वां मौका है जब आरबीआई गवर्नर शक्तिकांत दास की अध्यक्षता वाली मौद्रिक नीति समिति (एमपीसी) ने रेपो रेट में कोई बदलाव नहीं किया है। इससे पहले 22 मई, 2020 को मांग को गति देने के इरादे से रेपो रेट में कमी कर इसे रिकॉर्ड निचले स्तर पर लाया गया था। इसके साथ ही रिवर्स रेपो रेट को 3.35 प्रतिशत पर यथावत रखा गया है।