वाराणसी (मानवीय सोच) समाजवादी पार्टी से अलग होकर प्रगतिशील समाजवादी पार्टी (PSP) बनाने वाले शिवपाल सिंह यादव ने काशी में कहा कि जनता के कहने पर उन्होंने भतीजे अखिलेश यादव से हाथ मिलाया है. शिवपाल ने सपा गठबंधन के प्रत्याशियों के समर्थन में आयोजित एक रैली को संबोधित करते हुए यह बात कही.
आपको लेना है फैसला
अपने संबोधन में शिवपाल यादव ने कहा, ‘जब हम यूपी के दौरे पर निकले थे, उस समय आपने हमसे एक ही मांग की थी कि चाचा भतीजे एक हो जाओ तभी भारतीय जनता पार्टी की सरकार इस प्रदेश से हट सकती है. आपकी बात को मान कर हम और अखिलेश एक हो गए हैं. अब आपको फैसला लेना है.10 मार्च को बीजेपी का सफाया करना है. ये काम आपके वोट से होना है.’ जनता से अपील करते हुए उन्होंने ये भी कहा कि आप से पूछना चाहते हैं कि बनारस की सभी सीटों पर गठबंधन के उम्मीदवार जीतेंगे या नहीं.
इसलिए बढ़ी थी तल्खी
गौरतलब है कि सितंबर 2016 में अखिलेश यादव की सरकार में तत्कालीन कैबिनेट मंत्री शिवपाल सिंह यादव और उनके समर्थक कई मंत्रियों को मंत्रिमंडल से बर्खास्त कर दिया गया था, उसके बाद अखिलेश और शिवपाल के बीच तल्खी बहुत बढ़ गई थी.
बाद में शिवपाल ने प्रगतिशील समाजवादी पार्टी लोहिया नाम से एक अलग दल बना लिया था और 2019 के लोकसभा चुनाव में वह फिरोजाबाद सीट से सपा प्रत्याशी के खिलाफ चुनाव लड़े थे. लंबे समय तक अलग रहने के बाद पिछले साल के अंत में शिवपाल और अखिलेश ने साथ मिलकर चुनाव लड़ने का ऐलान किया था.