ब्रेकिंग न्यूज़
अमित शाह और रेखा गुप्ता ने लॉन्च किया ₹9,000 करोड़ का यमुना सफाई अभियान‘मलिक’ रिलीज़ : राजकुमार राव की दमदार अदाकारी और सिस्टम से टकराती एक आम आदमी की कहानीआज गोरखनाथ मंदिर में योगी आदित्यनाथ जी ने विधि विधान से रुद्राभिषेक कर प्रदेश वासियों के कल्याण की कामना कीगुजरात में फिर पुल हादसा: वडोदरा में ब्रिज गिरा, 13 लोगों की मौत।MVAG 2025: अब OLA-UBER पर और सख्ती, केंद्र ने लागू किए Motor Aggregator के सख्त नियमश्रद्धा के साथ अनुशासन भी जरूरी: कांवड़ यात्रा को लेकर सीएम योगी का अलर्ट मोडAIIMS और ICMR की स्टडी में खुलासा: हार्ट अटैक के मामलों में कोविड-19 वैक्सीन दोषी नहींभारत-चीन में उत्तराधिकारी विवाद गहराया : प्रधानमंत्री ने दलाई लामा को जन्मदिन की शुभकामनाएं दी |अमेरिका में “America Party” की शुरुआत : एलन मस्क की नयी राजनीतिक पार्टीब्रिक्स सम्मेलन में लेंगे हिस्सा : प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ब्राज़ील दौरे परप्रधानमंत्री मोदी अर्जेंटीना पहुँचे, द्विपक्षीय वार्ता और वैश्विक सहयोग पर चर्चा की उम्मीदनीरव मोदी के भाई नेहल मोदी गिरफ्तार: मनी लॉन्ड्रिंग और बैंक धोखाधड़ी घोटाला‘अमरनाथ यात्रा’ में रामबन में भीषण बस टकराव, 36 ‘श्रद्धालु घायल”‘उम्मीद पोर्टल’ की हुई शुरुआत, अब वक्फ संपत्ति पर अवैध कब्जा करना हुआ नामुमकिनप्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी Trinidad And Tobago पहुंचे05 एक्सप्रेसवे को प्रदेश की इकोनॉमिक ग्रोथ बनाने की दृष्टि से इन्टीग्रेटेड मैन्युफैक्चरिंग एण्ड लॉजिस्टिक क्लस्टर की लॉचिंग की गईसनातन परंपरा की जीवंत प्रतीक श्री अमरनाथ यात्रा आज से आरंभ हो रही है।जय बाबा अमरनाथ!GHANA (घाना) देश के अक्रा (ACCRA) शहर पहुंचे प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी…शिवावतारी महायोगी गुरु श्री गोरखनाथ जी की तपोस्थली गोरखपुर की पावन धरा पर मा. राष्ट्रपति श्रीमती द्रौपदी मुर्मु जी का हार्दिक एवं !#बॉक्स ऑफिस पर रिलीज हुई नई फिल्म कन्नप्पा (Kannappa)

जिवितपुत्रिका 2021: काशी में धूमधाम से मनाया जा रहा है जीवपुत्रिका का पर्व, ऐसी है मान्यता

वाराणसी : सात वार नौ त्योहारों की नगरी बनारस में भी जीवितपुत्रिका व्रत का पर्व बड़ी धूमधाम से मनाया जा रहा है. इस विशेष दिन पर महिलाएं बच्चों की रक्षा और लंबी उम्र के लिए पूरे दिन निर्जला व्रत रखकर तालाबों और तालाबों में पूजा करती हैं। इस दौरान व्रत रखने वाली महिलाएं गंगा और कुंड तालाब के किनारे राजा जिमुतवाहन की कथा सुनती हैं।

बिहार, झारखंड के अलावा महादेव की नगरी काशी में भी यह पर्व बड़ी धूमधाम से मनाया जाता है. इस दिन महिलाएं दिन चढ़ने के साथ ही शहर के सभी तालाबों, तालाबों के पास आती हैं और पूजा के साथ कथा सुनती हैं। ऐसा माना जाता है कि इस व्रत के प्रभाव से महिलाएं अपने पुत्र का शोक नहीं मनाती हैं। दो दिवसीय इस व्रत की शुरुआत अश्विन कृष्ण अष्टमी से होती है। पहले दिन महिलाएं निर्जला व्रत रखती हैं और दूसरे दिन इसे तोड़ा जाता है।

व्रत रखने वाली महिला रंजना ने बताया कि इस व्रत में नदी या सरोवर के किनारे भगवान सूर्य और भगवती जगदम्बिक की पूजा कर राजा जिमुतवाहन की कथा सुनाई और सुनी जाती है. तालाब पर पूजा करने के बाद महिलाएं हाथ में दीया लेकर अपने पुत्र के कल्याण की कामना करती हुई घर जाती हैं। लोकाचार में इस व्रत को खर-जिउतिया के नाम से भी जाना जाता है।

तालाबों पर मेला जैसा माहौल
इस पर्व पर वाराणसी के सभी तालाबों में मेले जैसा माहौल होता है। ढोल की थाप के बीच यहां दिन भर महिलाओं के आने का सिलसिला चलता रहता है। वाराणसी के लक्ष्मी कुंड के अलावा शंकुलधारा, ईश्वरगंगी, कुरुक्षेत्र कुंड में व्रत रखने वाली महिलाओं की भीड़ लगी रहती है.

 

Source

Scroll to Top