पीएम मोदी ने रूस और यूक्रेन के राष्ट्रपतियों से की बात

नई दिल्ली  (मानवीय सोच)  रूस की ओर से यूक्रेन पर हमले के बीच प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने दोनों देशों के राष्ट्रपतियों से फोन पर बात की है। दोनों देशों के राष्ट्रपतियों के बीच हुई बातचीत पीएम मोदी ने यूक्रेनी शहर सूमी में फंसे सैकड़ों भारतीयों को निकालने के लिए समर्थन की मांग की। दरअसल, यूक्रेन के सूमी शहर में अभी करीब 700 भारतीय फंसे हुए हैं जिनमें ज्यादातर छात्र है। भारत का मुख्य फोकस इन लोगों की सुरक्षित निकासी का रहा है

भारी रूसी गोलाबारी और हिंसा के कारण देश के पूर्वी हिस्से के अन्य क्षेत्रों सहित पूरे यूक्रेन से लगभग 16,000 भारतीय नागरिकों को निकाला गया है। घटनाक्रम से वाकिफ लोगों ने बाताय कि पीएम मोदी ने पहले यूक्रेन के राष्ट्रपति वोलोडिमिर जेलेंस्की से बात की और सूमी से भारतीय नागरिकों को निकालने के लिए जारी कोशिशों के लिए यूक्रेनी सरकार से निरंतर समर्थन मांगा है।

35 मिनट की बातचीत के दौरान, दोनों नेताओं ने यूक्रेन में उभरती स्थिति पर चर्चा की और पीएम मोदी ने रूस और यूक्रेन के बीच चल रहा सीधी बातचीत की सराहना की। लोगों की माने तो पीएम मोदी ने भारतीय नागरिकों को निकालने के लिए यूक्रेनी सरकार द्वारा दी गई मदद के लिए जेलेंस्की को धन्यवाद दिया।

जेलेंस्की से बात करने के ठीक बाद पीएम मोदी ने रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन से फोन पर बात की और सूमी से भारतीय नागरिकों को जल्द से जल्द सुरक्षित निकालने के महत्व पर जोर दिया। उन्होंने कहा कि पुतिन ने पीएम मोदी को उनके नागरिकों की सुरक्षित निकासी के लिए हर संभव सहयोग का आश्वासन दिया।

पीएम मोदी और पुतिन के बीच फोन पर करीब 50 मिनट तक बातचीत चली है। दोनों नेताओं ने यूक्रेन में उभरती स्थिति पर चर्चा की है। पुतिन ने पीएम मोदी को यूक्रेन और रूस की टीमों के बीच बातचीत के बारे में भी जानकारी दी है। घटनाक्रम से वाकिफ लोगों ने कहा कि पीएम मोदी ने पुतिन से अपनी टीमों के बीच चल रही बातचीत के अलावा जेलेंस्की के साथ सीधी बातचीत करने का आग्रह किया।

लोगों ने कहा कि पीएम मोदी ने रूसी सेना की ओर से युद्धविराम की घोषणा और सूमी सहित यूक्रेन के कुछ हिस्सों में मानवीय गलियारा बनाए जाने की सराहना भी की। इसके अलावा पीएम मोदी ने दोनों देशों से हिंसा की तत्काल समाप्ति के अपने आह्वान को भी दोहराया और कहा कि भारत हमेशा से मुद्दों के शांतिपूर्ण समाधान और दोनों पक्षों के बीच सीधी बातचीत के लिए खड़ा रहा है।

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *