लखनऊ (मानवीय सोच) रेलवे भर्ती बोर्ड की गैर तकनीकी लोकप्रिय श्रेणी (एनटीपीसी) परीक्षा के रिजल्ट को लेकर बिहार में छात्रों के आंदोलन पर यूपी में सियासत गर्म हो गई है। इस मु्द्दे पर पूर्व मुख्यमंत्री अखिलश यादव, कांगेस नेता राहुल गांधी, प्रियंका गांधी के बाद अब बसपा सुप्रीमो और पूर्व मुख्यमंत्री मायावती ने भी भाजपा पर हमला बोला है। एक ट्वीट में उन्होंने लिखा कि भाजपा युवाओं से पकोड़ा बिकवाने का अपना विजन बदले।
एक के बाद एक उन्होंने दो ट्वीट किए। पहले ट्वीट में उन्होंने लिखा- ‘पहले यूपीटीएनटी और अब रेलवे के आरआरबी-एनटीपीसी रिजल्ट को लेकर यूपी व बिहार में कई दिनों से भारी हंगामा जारी है, यह सरकारों की विफलताओं का ही प्रमाण हैं। गरीब युवाओं व बेरोजगार नौजवानों के भविष्य के साथ ऐसे खिलवाड़ और विरोध करने पर उनकी पिटाई सर्वथा अनुचित है।’
दूसरे ट्वीट में मायावती ने सरकार की नीतियों पर सवाल उठाया। उन्होंने लिखा-‘सरकार की गलत नीतियों के कारण गरीबी व बेरोजगारी चरम पर पहुँच गई है। सरकारी नौकरी व उनमें आरक्षण की सुविधा गौण हो गई है। ऐसे में वर्षों से छोटी सरकारी नौकरियों के लिए परीक्षा भी सही से नहीं होना अन्यायपूर्ण। भाजपा युवाओं से पकोड़ा बिकवाने का अपना संकीर्ण विज़न बदले।’
गौरतलब है कि इसके पहले राहुल गांधी ने छात्रों के समर्थन में बिहार के जहानाबाद जिले के एक रेलवे स्टेशन का वीडियो ट्वीट किया था। वीडियो में दिख रहा है कि छात्र ट्रैक पर उतर कर आवागमन ठप कर रहे हैं। राहुल ने लिखा था- ‘अधिकारों के लिए आवाज उठाने को हर नौजवान स्वतंत्र है। जो भूल गए हैं, उन्हें याद दिला दो कि भारत लोकतंत्र है। गणतंत्र था, गणतंत्र है!’ उधर, प्रियंका गांधी ने प्रयागराज में छात्रों पर हुए लाठीचार्ज का वीडियो पोस्ट कर लिखा कि पुलिस द्वारा छात्रों के लॉज और हास्टलों में जाकर तोड़-फोड़ करना, उनको पीटना बेहद निंदनीय है। प्रशासन इस दमनकारी कार्रवाई पर तुरंत रोक लगाए। युवाओं को रोजगार की बात कहने का पूरा हक है और मैं इस लड़ाई में पूरी तरह से उनके साथ हूं।’
सपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष और पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने भी इस मु्द्दे को लेकर सरकार पर हमला बोला। उन्होंने कहा, ‘प्रयागराज में अपने रोजगार के लिए हक की आवाज बुलंद करने वाले छात्रों पर पुलिस द्वारा हिंसक प्रहार शर्मनाक और निंदनीय है। भाजपा सरकार में छात्रों के साथ जो दुर्व्यवहार हुआ है, वो बीजेपी के ऐतिहासिक पतन का कारण बनेगा। सपा संघर्षशील छात्रों के साथ है!’