ललितपुर (मानवीय सोच) नाबालिग से गैंगरेप के मामले में एक और चौंकाने वाला तथ्य पुलिस के सामने आया है। जांच के दौरान अधिकारियों को पता चला कि पीड़िता की मां ने इससे पहले भी छेड़छाड़, रेप की कोशिश आदि की 13 एफआईआर दर्ज कराई थीं। एडीजी ने इन सभी मामलों के दस्तावेज निकालने और जांच में शामिल करने का आदेश दिया है।
वर्दी को दागदार करने वाले इस सनसनीखेज मामले की जांच में पुलिस के कई गंभीर तथ्य आए हैं, जिनकी गहराई से जांच की जा रही है। एडीजी जोन भानु भास्कर ने बताया कि पीड़िता की मां ने इससे पूर्व 13 एफआईआर अलग अलग आरोपितों के खिलाफ दर्ज कराई हैं। इनमें से चार मुकदमों में फाइनल रिपोर्ट लग गई। चार में चार्जशीट दाखिल हुई। कोर्ट के आदेश पर पांच मामले दर्ज किए गए थे इनमें से चार कोर्ट में ही खारिज हो गए। उन्होंने कहा कि इन सभी मुकदमों का विवरण निकलवाया जा रहा है। उन मामलों का घटनाक्रम, आरोपित, चार्जशीट के बिंदु, फाइनल रिपोर्ट लगने की वजह आदि का अध्ययन भी जांच टीम करेगी।
सीएम आफिस ने तलब की रिपोर्ट
आरोपितों की गिरफ्तारी तेजी से शुरू हुई मगर तब तक मामला तूल पकड़ चुका था। सीएम आफिस ने ललितपुर गैंगरेप कांड की रिपोर्ट तलब कर ली। बुधवार दोपहर एडीजी भानु भास्कर से यह रिपोर्ट मांगी गई। उन्होंने कुछ देर बाद ही जिले पर रेंज व जिले के अफसरों से बात की और प्राथमिक रिपोर्ट भेज दी। इसमें गिरफ्तारियों के अलावा पूरे पाली थाने को लाइनहाजिर करने और इंस्पेक्टर को निलम्बित करने की जानकारी दी। सूत्रों के मुताबिक मुख्यमंत्री कार्यालय से एडीजी जोन को निर्देश दिए गए हैं कि इस मामले में सख्त से सख्त कार्रवाई करें। दोषी कोई भी हो वह बचना नहीं चाहिए।
जयपुर और भोपाल कनेक्शन की पड़ताल
नाबालिग के साथ गैंगरेप के मामले में घटना की कुछ परतें जयपुर और भोपाल से खुलेंगी। नाबालिग को मुख्य आरोपित अपने दोस्तों के साथ इन्हीं दोनों शहरों में ले गया था। वहीं कई बार गैंगरेप किया गया। 26 अप्रैल को आरोपित नाबालिग को पाली थाने के एक दरोगा के पास छोड़कर भाग निकले थे। नाबालिग की मां ने एफआईआर में जानकारी दी कि 22 अप्रैल को आरोपित चंदन अपने साथियों राजभान, हरिशंकर और महेन्द्र चौरसिया के साथ नाबालिग को बहला फुसलाकर भोपाल लेकर भागा था। एफआईआर दर्ज होने के बाद जब पुलिस ने बयान दर्ज किए तो उसने बताया कि बेटी को जयपुर और भोपाल ले जाया गया था।
दोनों जगह स्टेशनों के पास वारदात
मां के बयान में यह भी कहा है कि जयपुर और भोपाल में रेलवे स्टेशन के पास गलियों में आरोपितों ने बेटी के साथ घटना को अंजाम दिया। एडीजी भानु भास्कर के मुताबिक विवेचना के दौरान पुलिस टीमों को जयपुर और भोपाल भी भेजा जाएगा। वहां पर आरोपित नाबालिग को लेकर कहां रुके थे, इसका पता किया जाएगा। पुलिस वहां सीसी टीवी फुटेज निकालने का प्रयास करेगी। जिन लोगों ने आरोपितों और नाबालिग को वहां देखा था, उनसे पूछताछ की जाएगी। उन्हें इस मामले में गवाह बनाया जाएगा।