नई दिल्ली (मानवीय सोच) देश की सरकारी तेल कंपनी भारत पेट्रोलियम कार्पोरेशन यानी BPCL को खरीदने के लिए वेदांता समूह 12 बिलियन डॉलर खर्च करने को तैयार है। वेदांता समूह के चेयरमैन और अरबपति अनिल अग्रवाल ने एक इंटरव्यू में कहा, “हम आक्रामक तरीके से बोली नहीं लगाने जा रहे हैं, लेकिन हम सही कीमत रखेंगे। कंपनी का मार्केट कैप लगभग 11 अरब डॉलर से 12 अरब डॉलर है। इसलिए हम इसे निवेश के तौर पर देख रहे हैं।”
कमोडिटी टाइकून अनिल अग्रवाल को उम्मीद है कि भारत मार्च में बीपीसीएल के लिए बोलियां खोलेगा। वेदांत समूह के अलावा, निजी इक्विटी फर्म अपोलो ग्लोबल मैनेजमेंट और आई स्क्वेयर्ड कैपिटल ने भी तेल रिफाइनर में सरकार की हिस्सेदारी हासिल करने में रुचि दिखाई है। हालांकि, बीपीसीएल के निजीकरण की प्रक्रिया में देरी होने की आशंका जाहिर की जा रही है। ऐसा अनुमान है कि अगले वित्त वर्ष में निजीकरण की प्रक्रिया पूरी हो सकती है।
बता दें कि बीपीसीएल के मामले में सरकार ने प्रबंधन पर नियंत्रण समेत 26 फीसदी हिस्सेदारी को बनाए रखने की सफल नीति का पालन करने के सुझावों को नजरंदाज करते हुए कंपनी में अपनी पूरी 52.98 फीसदी हिस्सेदारी की पेशकश की है।