अलीगढ़ (मानवीय सोच) मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने शनिवार को कहा कि सपा शासन में कानून का नहीं गुंडों और माफियाओं का राज था। पहले प्रदेश में हर तीसरे दिन दंगा होता, भाजपा राज में एक भी दंगा नहीं हुआ। पहले भर्ती निकलती थी तो चाचा-भतीजा वसूली के लिए निकल पड़ते थे। मौसम में खराबी के चलते सीएम योगी तय समय से लगभग ढाई घंटे विलंब से अलीगढ़ पहुंचे। योगी ने सबसे पहले दीन दयाल अस्पताल का निरीक्षण करने के बाद कोरोना पर सरकार की उपलब्धि के बारे में विस्तार से जानकारी दी। इसके बाद सीएम शहर विधानसभा सीट के प्रबुद्ध वर्ग सम्मेलन को संबोधित किया। इस मौके पर योगी ने सपा पर जमकर हल्ला बोला।
योगी ने कहा कि इस सदी की सबसे बड़ी महामारी के दौरान यूपी विधानसभा चुनाव कार्य शुरू हो चुका है। यह परीक्षा है आपदा के समय में। हमें अपनी आवश्यकता के अनुरूप अवसर तलाशने हैं। कोरोना रोकथाम के लिए यूपी मॉडल देश में अग्रणी रहा है। सपा पर हमलावर होते हुए सीएम ने कहा कि बदलते हुए भारत, नए भारत के नए यूपी को सभी ने देखा है। ये वही यूपी है जहां 2017 से पहले क्या होता था किसी से छुपा नहीं है। पर्व-त्योहार शांतिपूर्वक नहीं होते थे, सरकारी कार्यालयों में भ्रष्टाचार का बोलबाला था। गरीबों को सरकारी योजनाओं का लाभ नहीं मिल पाता था। सपा शासनकाल में 18 लाख लोगों को घर आवंटित तो किए गए लेकिन मिला एक को भी नहीं।
पहले मुख्यमंत्री से लेकर मंत्री तक अपना घर बनाते थे। अब भाजपा शासनकाल में गरीब, दलित, पिछड़ों सहित 43 लाख लोगों को आवास दिए गए। सपा ने सरकार बनते ही रामजन्मभूमि पर आंतकी हमले करने वाले आतंकियों से मुकदमें वापिस करने का फैसला लिया था। जबकि भाजपा ने अवैध बूचड़खाने बंद कराने, बेटियों की सुरक्षा के लिए रोमियो स्कवायड का गठन करने और 86 लाख किसानों का कर्ज माफ किए जाने का निर्णय लिया था। फर्क साफ दिखाई देता है। इस दौरान भाजपा प्रदेश अध्यक्ष स्वतंत्र देव सिंह, सिंचाई मंत्री डा. महेन्द्र सिंह, सांसद सतीश गौतम, एमएलसी डा. मानवेन्द्र प्रताप सिंह, विधायक अनिल पाराशर, संजीव राजा, जिलाध्यक्ष ऋषिपाल सिंह, महानगर अध्यक्ष डा. विवेक सारस्वत आदि मौजूद थे।
सीएम ने दीनदयाल अस्पताल का किया निरीक्षण
सीएम योगी आदित्यनाथ मतदाता संवाद कार्यक्रम में पहले दीनदयाल उपाध्याय संयुक्त चिकित्सालय का निरीक्षण किया। उन्होंने कोरोना की रोकथाम के लिए किए जा रहे कोविड प्रबंधन के कार्य, ऑक्सीजन की उपलब्धता, पीकू वार्ड की स्थिति को भी देखा। स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों से कोरोना संक्रमण दर के बारे में जानकारी भी ली।