(मानवीय सोच) : गिनीज वर्ल्ड रिकॉर्ड्स के नवीनतम संस्करण में दुनिया भर से 2,638 उपलब्धियों को शामिल किया गया है. इनमें भारत से 60 से अधिक उपलब्धियां शामिल हैं. इनमें मेघालय के चेरापूंजी में वर्षा की प्रविष्टि सबसे पुरानी प्रविष्टियों में से एक है. पेंगुइन रैंडम हाउस द्वारा भारत में प्रकाशित इस पुस्तक में नौ तथ्य आधारित अध्याय हैं जिनमें पृथ्वी (नीला ग्रह), जलीय जीवन, मानव, रिकॉर्डोलॉजी, एडवेंचर्स, इतिहास, विज्ञान और प्रौद्योगिकी, कला और मीडिया, और खेल – और पांच विशेष विशेषताएं: हॉल ऑफ फेम, यंग अचीवर्स, गेमिंग, व्याख्याकार, और बकेट लिस्ट है.
इसमें लिखा गया, ‘‘एक कैलेंडर माह के लिए रिकॉर्ड, जुलाई 1861 में चेरापूंजी में 9,300 मिमी (366 इंच) बारिश का है और 1 अगस्त 1860 और 31 जुलाई, 1861 के बीच 26,461 मिमी (1,041.75 इंच) के साथ चेरापूंजी के नाम एक साल में सबसे अधिक बारिश का भी रिकॉर्ड है. विश्व मौसम विज्ञान संगठन के मुताबिक 1 अगस्त, 1860 और 31 जुलाई, 1861 के बीच चेरापूंजी में कुल 26,470 मिमी (1,042 इंच) बारिश हुई.