आतंकवाद निरोधक दस्ता (एटीएस) ने नक्सली गतिविधियों में लिप्त कृपाशंकर सिंह से पूछताछ में नक्सलियों के बारे में कई जानकारियां हासिल की हैं। इनके आधार पर आने वाले दिनों में उत्तर प्रदेश में नक्सली गतिविधियों में शामिल कुछ और लोगों को गिरफ्तार किया जा सकता है। साथ ही एटीएस की एक टीम कृपाशंकर की लैपटॉप की छानबीन कर रही है।
एनआईए की विशेष अदालत ने कृपाशंकर सिंह को बुधवार को सात दिन की पुलिस कस्टडी रिमांड पर एटीएस को सौंपा था। एटीएस की टीमें इस बात की जानकारी निकालने की कोशिश कर रही हैं कि महाराज गंज, देवरिया, वाराणसी, बलिया, आजमगढ़, सिद्धार्थनगर व गोरखपुर में नक्सलियों ने कहां पर ठिकाने बना रखे हैं।
रिमांड पर लेकर नए सिरे से की गई पूछताछ
कृपाशंकर व उसकी पत्नी बिंदा सोना उर्फ मंजू को एटीएस ने नक्सली गतिविधियों में लिप्त होने के आरोप में सोमवार को प्रयागराज के धूमनगंज क्षेत्र से गिरफ्तार कर जेल भेज दिया गया था। बुधवार को एटीएस ने कृपाशंकर को एनआइए की विशेष अदालत से रिमांड पर लेकर नए सिरे से पूछताछ शुरू की है।
कृपाशंकर को नक्सली गतिविधियों लिप्त होने के आरोप में वर्ष 2010 में भी कानपुर से गिरफ्तार कर जेल भेजा गया था। वर्ष 2016 में वह जमानत पर छूट कर फिर से नक्सली गतिविधियों में लिप्त हो गया था।