
प्रधानमंत्री जी की भावनाओं के अनुरूप उ0प्र0 सोलर
एनर्जी और गेहूं खरीद में बहुत अच्छा कार्य कर रहा : मुख्यमंत्री
- उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ जी ने आज यहां अपने सरकारी आवास पर केन्द्रीय उपभोक्ता मामले, खाद्य एवं सार्वजनिक वितरण तथा नवीन एवं नवीकरणीय ऊर्जा मंत्री श्री प्रहलाद जोशी के साथ एक बैठक में पी0एम0 सूर्य घर मुफ्त बिजली योजना, पी0एम0 कुसुम योजना और रबी विपणन वर्ष 2025-26 के अन्तर्गत गेहूं खरीद की संयुक्त समीक्षा की।
- केन्द्रीय मंत्री को अवगत कराया कि प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी जी की भावनाओं के अनुरूप उत्तर प्रदेश सोलर एनर्जी और गेहूं खरीद में बहुत अच्छा कार्य कर रहा है। उन्होंने केन्द्रीय मंत्री को भरोसा दिलाया कि उत्तर प्रदेश अपनी ओर से अच्छा परिणाम देने का प्रयास करेगा। श्री जोशी जी ने भी उत्तर प्रदेश के बेहतरीन प्रदर्शन के लिए मुख्यमंत्री जी को बधाई दी। केन्द्रीय मंत्री ने कहा कि प्रदेश सरकार बढ़ती ऊर्जा मांगों के अनुरूप कार्य करते हुए पूरे देश के लिए मॉडल बन रही है। समीक्षा के दौरान मुख्यमंत्री जी और केन्द्रीय मंत्री ने राज्य और केन्द्र सरकार के अधिकारियों को आवश्यक दिशा-निर्देश दिए। बैठक के बाद मुख्यमंत्री जी ने केन्द्रीय मंत्री जी को ओ0डी0ओ0पी0 का उपहार और पुष्प गुच्छ देकर सम्मानित किया।
- मुख्यमंत्री जी ने कहा : आज कॉमन मैन और अन्नदाता किसानों को स्पर्श करती तीन महत्वपूर्ण योजनाओं की विस्तृत समीक्षा की गई। प्रधानमंत्री जी के मार्गदर्शन में उत्तर प्रदेश इन योजनाओं में अच्छा कार्य कर रहा है। उन्होंने प्रदेश सरकार की ओर से आश्वस्त किया कि उत्तर प्रदेश अपनी ओर से अच्छे परिणाम देगा। प्रदेश में नवीकरणीय ऊर्जा को बढ़ावा देने के लिए लगातार प्रयास किए जा रहे हैं। इसके दृष्टिगत उत्तर प्रदेश सौर ऊर्जा नीति-2022 प्रख्यापित की गई है। इसके अन्तर्गत राज्य में कम लागत की विश्वसनीय सौर ऊर्जा तक आम लोगों की पहुंच को सुनिश्चित किया गया है। इसके अतिरिक्त, उत्तर प्रदेश जैव ऊर्जा नीति-2022 और उत्तर प्रदेश ग्रीन हाइड्रोजन नीति-2024 भी प्रख्यापित की जा चुकी हैं।
- उत्तर प्रदेश ने सोलर पॉलिसी के तहत वर्ष 2027 तक सौर ऊर्जा के उत्पादन में 22 हजार मेगावॉट से अधिक का लक्ष्य निर्धारित किया है। इसके तहत सोलर पार्कों का विकास, कृषि फीडरों और निजी ऑन ग्रिड पम्पों के सोलराइजेशन को बढ़ावा देना, एक्सप्रेस-वे और रेलवे ट्रैक के किनारे सौर संयंत्रों की स्थापना को बढ़ावा देना सहित सौर ऊर्जा उपकरणों के निर्माण उद्योग को बढ़ावा देने की कार्यवाही आगे बढ़ी है। सौर परियोजनाओं के लिए ट्रांसमिशन नेटवर्क को मजबूत भी किया जा रहा है।