लोकसभा चुनावों में मिली जीत के बाद भाजपा के नेतृत्व में एनडीए की सरकार बनने के बाद अब देश के लोगों की नजरें बजट घोषणाओं पर लगी हैं. प्रधानमंत्री मोदी जिन परिस्थितियों में तीसरी बार सत्ता पाने में सफल हुए हैं, उससे यह साफ होता है कि आगामी बजट पॉपुलिस्ट हो सकता है. उम्मीद की जा रही है कि वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण आगामी बजट में आम आदमी से लेकर किसानों, इंडस्ट्री और कामगारों सभी के लिए कुछ न कुछ राहत का ऐलान कर सकती हैं. जिससे नौकरीपेशा लोगों की भी बजट से उम्मीदें बढ़ गई हैं और कुछ मोर्चों पर उन्हें राहत मिलने की उम्मीद है सैलरीड क्लास के लोगों को इस बार टैक्स स्लैब में बदलाव की उम्मीद है. खासकरके वे लोग जिनकी सैलरी कम है. अंतिम बार साल 2014 में टैक्स छूट लिमिट को 2 लाख से बढ़ाकर 2.5 लाख रुपये किया गया था. उसके बाद से इसमें कोई बदलाव नहीं किया गया. इसके बाद 2020 के बजट में ऑप्शनल इनकम टैक्स स्लैब की घोषणा की गई, जिसमें 3 लाख तक की इनकम पर टैक्स नहीं देना है जानकारों का कहना है कि इनकम टैक्स एक्ट के सेक्शन 80C के तहत टैक्स छूट की लिमिट 1.50 से बढ़ाकर 2 लाख की जानी चाहिए. इससे उन योजनाओं के प्रति आकर्षण बढ़ेगा, जो इसके दायरे में आती हैं. इसमें इक्विटी लिंक्ड सेविंग्स स्कीम (ELSS) जैसी स्कीम पर टैक्स छूट का दायरा बढ़ाने से लोगों की इसमें दिलचस्पी बढ़ेगी. नेशनल पेंशन सिस्टम (NPS) जैसे रिटायरमंट प्रोडक्ट पर 1.50 लाख के अलावा 50 हजार रुपये की अतिरिक्त छूट दी जा रही है.
