(मानवीय सोच) नेपाल सीमा से लगे जिलों में गैर सरकारी संस्थाओं को मिल रहे विदेशी फंड को लेकर सुरक्षा एजेंसियां पैनी नजर बनाए हुए हैं। गृह मंत्रालय की ओर से जारी अलर्ट पर सुरक्षा एजेंसियां और पुलिस, फंड की निगरानी में जुटी है ताकि देश की आंतरिक सुरक्षा को किसी प्रकार का खतरा पैदा न हो। एफसीआरए यानी विदेशी अंशदान विनियमन कानून की अनदेखी कर फंड अर्जित करने वाली संस्थाओं का ब्योरा जुटाया जा रहा है।
गृह मंत्रालय के आदेश पर नेपाल से लगे बहराइच में सुरक्षा एजेंसियों के अलावा पुलिस अपने मुखबिरों की मदद से विदेशी सहायता की जानकारी जुटा रही है। मंत्रालय की ओर से कहा गया है कि एफसीआरए 2010 के नियमों की अनदेखी कर संस्थाएं धन हासिल कर रही हैं, तो उनकी रिपोर्ट तत्काल गृह मंत्रालय को उपलब्ध कराएं। साथ ही इनकी गतिविधियों पर भी नजर रखने को कहा गया है।
एडीजी जोन अखिल कुमार की ओर से निर्देश जारी किए गए हैं। नेपाल सीमा से लगे बहराइच, बलरामपुर, श्रावस्ती, सिद्धार्थ नगर को अति संवेदनशील घोषित किया गया है। एडीजी के आदेश के बाद पुलिस चौकस है। सीमा क्षेत्र में एनआईए व एसटीएफ भी अपने मुखबिरों के माध्यम से ऐसी संस्थाओं को खंगाल रही है। साथ ही बैंक अधिकारियों से भी विदेश से एक साथ अधिक धन आने वाले खाताधारकों के डिटेल जुटा रही है, ताकि ऐसे लोगों के मंसूबों की समय रहते जानकारी हासिल किया जा सके।
पुलिस एफसीआरए विंग को साझा करेगी इनपुट
नियमों की अनदेखी कर विदेशी सहायता हासिल करने वाली गैर सरकारी संस्थाओं का पूरा ब्योरा सुरक्षा एजेंसियां और पुलिस सीधे गृह मंत्रालय की एफसीआरए यूनिट को देगी। यह यूनिट अपने स्तर से संस्थाओं की जांच करेगी।
एफसीआरए फंड क्या है
अधिवक्ता सभा राजसिंह के मुताबिक एफसीआरए के माध्यम से विदेश से मिलने वाली सहायता को नियंत्रित किया जाता है। यह सहायता किस संस्था को किस उद्देश्य के लिए जाता है, इसका पूरा विवरण मंत्रालय के पास रहता है। विदेश से धन लेने से पहले संस्था को एफसीआरए रजिस्टर करवाना पड़ता है। बिना प्रक्रिया पूर्ण किए धन लेना गैरकानूनी है।
इन बातों की होगी पड़ताल
-फंड अर्जित करने वाली संस्था एफसीआरए रजिस्टर्ड है या नहीं
– फंड अर्जित करने के पीछे संस्था का उद्देश्य क्या है?
– किन- किन देशों से संस्था को फंड आ रहा है।
– फंड के माध्यम से संस्था की ओर से किए जा रहे कार्य क्या-क्या हैं।
बहराइच के एसएसपी केशव कुमार चौधरी ने बताया कि गैर कानूनी गतिविधियों में लिप्त लोगों की लगातार निगरानी हो रही है। विदेशी धन अर्जित करने वाली संस्थाओं पर भी नजर रखी जा रही है।