तेजस्वी यादव नीतीश

तेजस्वी यादव ने कहा कि नीतीश कुमार एक थके हुए मुख्यमंत्री हैं

बिहार के पूर्व उप मुख्यमंत्री और आरजेडी नेता तेजस्वी यादव रविवार को अपनी जन विश्वास यात्रा के दूसरे चरण के लिए रवाना हो गए। पटना के गांधी मैदान वह महारैला को संबोधित करेंगे। इस दौरान वह लोगों को संबोधित करेंगे। वहीं पटना रवाना होने से पहले उन्होंने जातिवाद और नीतीश-भाजपा पर करारा हमला बोला।

जातिवाद पर तेजस्वी ने बोला करारा हमला

पटना से रवाना होने के पूर्व तेजस्वी यादव  ने कहा उनका और उनकी पार्टी का एजेंडा है सबको सम्मान देंगे। जात-पात से उठकर मुद्दों की बात करेंगे। उन्होंने कहा कि हम गरीब, अगड़े-पिछड़े, अति पिछड़े सभी वर्गों की आवाज उठाएंगे। उन्होंने कहा कि हम रोजगार पर बात करेंगे।

नीतीश कुमार-भाजपा पर बोला हमला

तेजस्वी यादव ने कहा राज्य के नीतीश कुमार सरकार के पास अब कोई विजन नहीं रह गया है। इस सरकार के खिलाफ जनादेश प्राप्त करने के लिए वह जिलों की यात्रा कर रहे हैं। नीतीश कुमार एक थके हुए मुख्यमंत्री हैं, उनसे कुछ नहीं होने वाला है। जनता मालिक है और उन्हें आशीर्वाद जरूर देगी।

नेता विरोधी दल तेजस्वी प्रसाद यादव की 20 फरवरी से शुरू ‘जन विश्वास यात्रा’ का पहला चरण शनिवार को समाप्त हो चुका है। गया। रविवार 25 फरवरी को ‘जन विश्वास यात्रा’ के दूसरा चरण की शुरुआत हो चुकी है।

तेजस्वी यादव का कार्यक्रम

राजद प्रवक्ता चितरंजन गगन ने बताया कि तेजस्वी यादव अपनी जन विश्वास यात्रा के दूसरे चरण के लिए आज सुबह पटना से प्रस्थान कर चुके हैं। इस दूसरे चरण में आमसभा न होकर केवल रोड-शो होगा। 25 फरवरी को हाजीपुर, महुआ, कल्याणपुर, लहेरियासराय, मधुबनी, झंझारपुर होते हुए सुपौल में रात्रि विश्राम करेंगे। इन स्थानोंपर उनका रोड शो भी होगा।

उन्होंने बताया 26 फरवरी को सुपौल से त्रिवेणीगंज, अररिया, जोकीहाट, किशनगंज, नवगछिया, भागलपुर में रोड शो करेंगे। 27 फरवरी को बांका, अमरपुर, असरगंज, जमुई, लखिसराय, मुंगेर, खगड़िया,महेशखूंट, सोनबरसा में तेजस्वी का रोड शो होगा।

28 फरवरी को मधेपुरा, सहरसा,सिमरी बख्तियारपुर, सोनबरसा, मानसी, साहेबपुरकमाल, बलिया, बेगुसराय, बरौनी, मोकामा, बाढ़, बख्तियारपुर और फतुहां में नेता प्रतिपक्ष रोड शो करते हुए होते पटना वापस लौटेंगे। इस दौरान वे लगभग 1400 किलोमीटर की दूरी तय करेंगे।

बिहार के इतिहास में तेजस्वी यादव ऐसे पहले नेता होंगे जिन्होंने नौ दिनों में सड़क मार्ग से लगभग 2500 किलोमीटर की लगातार यात्रा कर बिहार के सभी जिलों के सूदूर क्षेत्रों में जनता-जनार्दन के बीच जाकर एक रिकॉर्ड बनाया है।