उत्तर प्रदेश की 10 विधानसभा सीट में से 9 सीट पर होने वाले उपचुनाव की चुनाव आयोग ने घोषणा कर दी है. अदालत में मामला लंबित होने के कारण अयोध्या जिले की मिल्कीपुर सीट पर मतदान का ऐलान नहीं हुआ है. इसके पीछे का कारण पूर्व विधायक गोरखनाथ बाबा की याचिका है, जो अवधेश प्रसाद (मिल्कीपुर के पूर्व विधायक, अब सांसद) के चुनाव के खिलाफ हाई कोर्ट में दाखिल की गई थी.
अब गोरखनाथ बाबा ने अपनी याचिका वापस लेने का फैसला लिया है. इस मामले पर अब सपा चीफ अखिलेश यादव का बड़ा बयान सामने आया है. मालूम हो कि निर्वाचन आयोग ने मंगलवार को महाराष्ट्र और झारखंड के साथ वायनाड और नांदेड़ लोकसभा सीट सहित 15 राज्यों की विधानसभा में खाली 48 सीटों पर उपचुनाव कराने का भी ऐलान किया था. लेकिन मिल्कीपुर में चुनाव याचिका लंबित है, इसलिए उपचुनाव की घोषणा नहीं हो सकी.
गोरखनाथ बाबा ने कहा, “हमने उपचुनाव का रास्ता साफ करने के लिए केस वापस लेने का फैसला किया है. 2-3 दिन में उपचुनाव का रास्ता साफ हो जाएगा और आयोग को सूचित कर देंगे.” उन्होंने कहा कि उन्हें नहीं पता था कि उनकी याचिका की वजह से चुनाव रोक दिया जाएगा. गोरखनाथ बाबा का कहना है कि 2022 में समाजवादी पार्टी के अवधेश प्रसाद ने जो सबूत पेश किए थे वो गलत थे और उसी आधार पर याचिका दाखिल की गई थी. उन्होंने आगे कहा, “अब जब कल उपचुनाव की घोषणा नहीं हुई तो मुझे भी आश्चर्य हुआ और मैं तुरंत संगठन से मिलने लखनऊ आया और मुलाकात की. मैं चाहता हूं कि वहां चुनाव हो.’