केंद्रीय वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण के अमेरिका दौरे पर वो देश की इकोनॉमी का जमकर प्रचार-प्रसार कर रही है। इसी सिलसिले में बुधवार को उन्होंने वर्ल्ड बैंक के अध्यक्ष अजय बंगा से मुलाकात की है। इस मीटिंग में उन्होंने बाकी मुद्दों के साथ बहुपक्षीय विकास बैंकों यानी एमडीबी में सुधार को लेकर भी चर्चा की है। वर्ल्ड बैंक और अंतरराष्ट्रीय मुद्रा कोष यानी आईएमएफ की सालाना बैठकों से इतर दोनों ने यहां ग्लोबल सार्वजनिक वस्तुओं में प्राइवेट कैपिटल की भागीदारी से संबंधित मुद्दों, ऊर्जा सुरक्षा और बहुपक्षीय विकास बैंकों यानी एमडीबीएस में सुधार में पर चर्चा की। वित्त मंत्रालय ने सोशल मीडिया मंच ‘एक्स’ पर अपने ऑफिशियल अकाउंट पर लिखा है कि वित्त मंत्री ने कहा कि वह वर्ल्ड बैंक द्वारा भारत की जी-20 अध्यक्षता से एमडीबी सुधारों पर आईईजी की सिफारिशों को आगे बढ़ाने का इंतजार कर रही हैं। उन्होंने भविष्य में सिफारिशों के कार्यान्वयन की नियमित सुपरविजन का भी अनुरोध किया भारत की जी-20 अध्यक्षता के दौरान 2023 में गठित स्वतंत्र विशेषज्ञ समूह यानी आईईजी ने एमडीबी में सुधारों के ‘ट्रिपल एजेंडे’ की सिफारिश की है। इस एजेंडे के 3 तत्व अत्यधिक गरीबी को समाप्त करना, साझा समृद्धि को बढ़ावा देना और 2030 तक ग्लोबल सार्वजनिक वस्तुओं के लिए सतत लोन लेवल को 3 गुना बढ़ाने में योगदान देना और तीसरा फाइनेंसिंग मैकेनिज्म बनाना शामिल है जो एमडीबी एजेंडे के तत्वों का समर्थन करने की इच्छा रखने वाले इंवेस्टर्स के साथ उद्देश्यपूर्ण ढंग से जुड़ने के लिए लचीली व नवीन व्यवस्था बनाए।