लखनऊ (मानवीय सोच) गणतंत्र दिवस परेड में राजपथ पर निकलने वाली यूपी की झांकी इस बार काशी विश्वनाथ धाम कारिडोर थीम पर है। भज विश्वनाथम… काशी का गौरव लौटा, जब खुला भव्य गलियारा गीत झांकी के साथ बजेगा। यह गीत लखनऊ के गीतकार वीरेंद्र वत्स ने लिखा है।
इधर, लखनऊ गणतंत्र दिवस की परेड का पूर्वाभ्यास किया गया। इस फुल ड्रेस रिहर्सल में सेना, अर्द्धसैनिक बलों और स्कूलों की टुकड़यिां कदमताल करती दिखीं। ऐ वतन-वतन मेरे आबाद रहे तू, मैं जहां रहूं…, सारे जहां से अच्छा हिंदोस्तां हमारा, कदम-कदम बढ़ाए जा… जैसे गीतों की धुनें जवानों की हौसलाफजाई कर रही थीं। वहीं स्कूली बच्चे अपनी प्रतिभा से सभी को अपनी ओर आकर्षित कर रहे थे। कड़ाके की ठंड और कोहरे के बावजूद परेड में शामिल टुकड़ियों का उत्साह और जोश देखने लायक था। विधान भवन के सामने इस पूर्वाभ्यास को देखने के लिए भीड़ इकट्ठा हो गई।
हाथ में तिरंगा लहराते हुए स्कूली बच्चों की प्रस्तुति देखने लायक थी। जहां-जहां से परेड निकली, काफी संख्या में लोग परेड देखने निकले। देशभक्ति के गीतों की धुन पर कदमताल करते हुए परेड रवींद्रालय से राणा प्रताप चौराहा, हुसैनगंज और रॉयल होटल चौराहा होते हुए विधानभवन के सामने से हजरतगंज, महात्मा गांधी मार्ग के रास्ते केडी सिंह स्टेडियम पहुंची। इस बार की गणतंत्र दिवस परेड में सेना, अर्द्धसैनिक बलों, पीएसी और स्कूलों समेत करीब 35 टुकड़ियां शामिल होंगी।
परेड में सेना का पाइप पैंड, पुरुष टुकड़ी, सीआरपीएफ का पाइप बैंड और पुरुष टुकड़ी, एसएसबी का पाइप बैंड और पुरुष दल, उत्तर प्रदेश पुलिस की टुकड़ी, 32वीं और 35वीं वाहिनी पीएसी का बैंड, होमगार्ड की महिला, पुरुष बटालियन आदि शामिल होंगे।
महत्वपूर्ण प्रतिष्ठानों की सुरक्षा के निर्देश
डीजीपी मुकुल गोयल ने रेलवे, मेट्रो, बस स्टेशन, एयरपोर्ट, मुख्य बाजारों, सिनेमा घरों, मॉल व मल्टीप्लेक्स समेत सभी प्रतिष्ठानों की सुरक्षा व्यवस्था के निर्देश दिए। अधिकारियों को भेजे निर्देश में डीजीपी ने कहा कि स्थाई चेक पोस्ट के अलावा अस्थाई चेक पोस्ट लगाकर आकस्मिक चेकिंग कराई जाए।