नई दिल्ली (मानवीय सोच) : केंद्र की मोदी सरकार ने असंगठित क्षेत्रों से जुड़े श्रमिकों के जीवन में बदलाव लाने के लिए ई-श्रम कार्ड की शुरुआत की है। देशभर में इन दिनों बड़े पैमाने पर असंगठित क्षेत्र से जुड़े लोग अपना ई-श्रम कार्ड बनवा रहे हैं। अब तक करीब 19,82,05,080 लोग अपना ई-श्रम कार्ड बनवा चुके हैं। सरकार की ओर से कई ई-श्रम कार्ड धारकों के बैंक अकाउंट में पैसे भी आने लगे हैं। e-Shram Card बनवाने पर श्रमिकों को कई लाभ भी मिलते हैं।
वहीं उसी के समानांतर ई-श्रम कार्ड से जुड़ी फ्रॉड की कई घटनाएं सामने निकलकर आ रही हैं। अगर आप भी अपना ई-श्रम कार्ड बनवा रहे हैं, तो सावधान हो जाइए। जरा सी गलती आपके लिए एक बड़े नुकसान की वजह बन सकती है। बीते कुछ वक्तों में ऐसी कई घटनाएं सामने निकलकर आई हैं, जिनमें ई-श्रम कार्ड बनाने के बहाने व्यक्ति के साथ धोखाधड़ी की गई। ऐसे में आप भी ई-श्रम बनवाते समय फ्रॉड का शिकार हो सकते हैं। इसी कड़ी में आइए जानते हैं उन बातों को, जिनका ई-श्रम कार्ड बनवाते समय विशेष ध्यान रखना चाहिए।
उनका समूह नकली श्रम विभाग अधिकारी बनकर गांव में प्रवेश करता है और श्रम कार्ड बनाने के लिए ग्रामीण लोगों के दस्तावेजों की मांग करता है। ग्रामीण लोग उनकी इस चाल में आसानी से फंस जाते हैं और अपने सभी जरूरी दस्तावेजों को उन्हें सौंप देते हैं। इसके अलावा गांव वाले उनके कहने पर बायोमेट्रिक मशीन पर अपने अंगूठे का निशान भी देते हैं। इस कारण उनका बैंक अकाउंट खाली हो जाता है।
इसी चीज का फायदा उठाकर जालसाज गांव वालों के साथ धोखाधड़ी कर रहे हैं। ऐसे कई मामले सामने आए हैं, जिनमें जालसाजों ने ग्रामीण क्षेत्रों में रहने वाले लोगों का बैंक अकाउंट पूरी तरह खाली कर दिया। आपको कभी भी किसी अनजान समूह या किसी व्यक्ति को श्रम कार्ड बनाने के लिए जरूरी दस्तावेज नहीं देना चाहिए। इसके अलावा कभी भी किसी अनजान शख्स को अपना आधार कार्ड ना दें।