लखनऊ (मानवीय सोच) उपमुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य ने कहा है कि प्रदेश के आठ आकांक्षी जिलों की तर्ज पर चिकित्सा, शिक्षा, पोषण और आर्थिक स्थिति में पिछडे़ 100 विकास खंडों में विकास के लिए नए प्रतिमान स्थापित किए जाएंगे। इन सभी ब्लॉकों में निर्धारित 75 संकेतक पर विशेष ध्यान दिया जाए और कार्यों का लगातार अनुश्रवण किया जाए। वे अपने कार्यालय में मुख्य विकास अधिकारियों के साथ आकांक्षात्मक ब्लॉकों में हुए विकास कार्यों की प्रगति की समीक्षा कर रहे थे।
उन्होंने कहा कि आकांक्षात्मक ब्लॉकों में कर्मचारियों-अधिकारियों के रिक्त पदों को शत प्रतिशत भरा जाएगा। उन्होंने इन ब्लॉकों के बीडीओ को किसी अन्य विकास खंड का अतिरिक्त प्रभार नहीं देने के भी निर्देश दिए। ब्लॉकों में निर्धारित संकेतकों की प्रगति का प्रमाणिक डाटा डैशबोर्ड पर प्रत्येक माह की 15 तारीख तक एंट्री करने के निर्देश दिए।
जिलों की ओर से की गई डाटा एंट्री की संबंधित विभाग हर महीने की 22 तारीख तक पुष्टि करेंगे। 25 तारीख तक पोर्टल पर 100 आकाक्षांत्मक ब्लॉकों की रैंकिंग (डेल्टा रैंकिंग) की जाएगी। उन्होंने संबंधित ब्लॉकों के एसडीएम को विकास कार्यों के निरीक्षण के भी निर्देश दिए हैं।
पार्टी पदाधिकारी हुए तो गिरेगी गाज
मौर्य ने कहा कि मनरेगा के ग्राम रोजगार सहायकों के बारे में पता करें कि वे किसी राजनीतिक दल के पदाधिकारी तो नहीं है। यदि वे किसी राजनीतिक दल के पदाधिकारी हैं तो उनके खिलाफ कार्रवाई करें। उन्होंने ब्लॉकों में तैनात संविदा कर्मियों के कामकाज की नियमित समीक्षा कर खराब काम करने वालों के खिलाफ कार्रवाई के भी निर्देश दिए।