एक राजा के लिए गुर्जर और राजपूत आमने-सामने

राजस्थान के झालावाड़ शहर में राजपूत समाज द्वारा मिहिर भोज रैली निकाले जाने के ऐलान के चलते शहर में तनाव की स्थिति उत्पन्न हो गई है। प्रशासन ने इस रैली के लिए अनुमति नहीं दी। फिर भी राजपूत समाज ने अपनी योजना को लेकर अडिग रहते हुए रैली आयोजित करने की बात कही है। इस बीच सुरक्षा को ध्यान में रखते हुए जिले के चप्पे.चप्पे पर पुलिस तैनात की गई है और इंटरनेट सेवाओं को भी बंद कर दिया गया है।राजपूत और गुर्जर समाज दोनों ही राज मिहिर भोज को अपने समुदाय का मानते हैं और इस विषय पर ऐतिहासिक मतभेद भी रहे हैं। गुर्जर समाज द्वारा 2 अक्टूबर को बिना अनुमति रैली निकालने के बाद राजपूत संगठनों ने इसका विरोध किया था, जिससे स्थिति तनावपूर्ण हो गई थी। इस घटना के बाद प्रशासन ने दोनों पक्षों के खिलाफ कार्रवाई की थी।

आज निकलेगी रैली

राजपूत समाज की रैली आज दोपहर से प्रारंभ होने की संभावना है। यह रैली शहर के प्रमुख मार्गों से गुजरेगी और इसके बाद झालावाड़ के राजपूत छात्रावास में एक सभा का आयोजन होगा। इस सभा में सम्राट मिहिर भोज के वंशज भी शामिल होने के लिए आ रहे हैं। स्थिति को नियंत्रित करने के लिए पुलिस का अतिरिक्त बल तैनात किया गया है, जिसमें बाहर से बुलाए गए पुलिस अधिकारियों को भी शामिल किया गया है।

दोनों समुदायों में टकराव की आंशका से प्रशासन एलर्ट

प्रशासन की चिंता इस बात को लेकर है कि कहीं दोनों समुदायों के बीच टकराव न हो। पिछले कुछ दिनों में हुई घटनाओं ने स्थिति को और बिगाड़ दिया है और सुरक्षा बलों को अलर्ट पर रखा गया है। ऐसे में स्थानीय निवासियों में भी डर और चिंता का माहौल है। प्रशासन ने अपील की है कि सभी पक्ष शांति बनाए रखें और किसी भी तरह की अप्रिय घटना से बचें।

मिहिर भोज रैली निकालने के ऐलान के चलते बंद हुई इंटरनेट सेवा

झालावाड़ शहर में राजपूत समाज द्वारा मिहिर भोज रैली निकाले जाने के ऐलान के चलते शहर के चप्पे.चप्पे पर पुलिस तैनात है। शहर में तनाव के हालात बने हुए हैं। जिसके बाद पूरे जिले में इंटरनेट बंद कर दिया गया है। राजपूत समाज को रैली निकालने के लिए प्रशासन ने अनुमति भी नहीं दी है। लेकिन फिर भी राजपूत समाज ने ऐलान किया था कि वह रैली निकालेंग।

कौन थे राजा मिहिर भोज?

गौरतलब है राजपूत और गुर्जर समाज राज मिहिर भोज अपने.अपने समुदाय का मानते हैं। इसको लेकर इतिहास में भी कई मतभेद हैं। राजा मिहिर भोज 800 ईसवी के समय जन्मे थे और उन्होनें 836 ईस्वीं से 885 ईस्वीं तक लगभग 49 सालों तक शासन किया। उनकी राजधानी कन्नौज थी। बताया जाता है कि उनका साम्राज्य मुल्तान से पश्चिम बंगाल तक और कश्मीर से कर्नाटक तक फैला था