नई दिल्ली (मानवीय सोच): भारत और ब्रिटेन के बीच गुरुवार को फ्री ट्रेड एग्रीमेंट (FTA) से जुड़ी आधिकारिक बातचीत शुरू हो गई है। भारत के केंद्रीय वाणिज्य और उद्योग मंत्री पीयूष गोयल और उनकी ब्रिटेन की समकक्ष एनी-मेरी ट्रेवेलियन के बीच औपचारिक बातचीत हुई। भारत-यूके जॉइंट मीडिया स्टेटमेंट में बताया गया कि दोनों देश फ्री ट्रेड एग्रीमेंट के जरिये 2030 तक अपने द्विपक्षीय व्यापार को बढ़ाकर दोगुना तक ले जाएंगे। एफटीए संपन्न होने से पहले भारत और ब्रिटेन के बीच समझौतों और वार्ता का दौर चलेगा जिसका पहला राउंड 17 जनवरी को शुरू होने वाला है। उसके बाद के राउंड की वार्ता हर 5 हफ्ते बाद होगी।
भारत-यूके जॉइंट स्टेटमेंट में कहा गया कि यह व्यापारिक समझौता होने से भारत से ब्रिटेन के लिए चमड़ा, टेक्सटाइल, ज्वेलरी और प्रोसेस्ड कृषि उत्पादों के निर्यात में तेजी आएगी। दोनों देश अगर व्यापारिक प्रतिबंधों को हटाएं और मार्केट तक माल की पहुंच को आसान बनाएं तो इससे परोक्ष और अपरोक्ष तौर पर रोजगार के कई मौके बढ़ेंगे।
इससे पहले केंद्रीय वाणिज्य और उद्योग मंत्री पीयूष गोयल ने गुरुवार को इंग्लैंड की वाणिज्य मंत्री एनी-मेरी ट्रेवेलियन से मुलाकात की। दोनों देशों के बीच फ्री ट्रेड एग्रीमेंट लॉन्च होने से पहले इन दोनों नेताओं की मुलाकात हुई। पीयूष गोयल ने इस मुलाकात के बारे में एक ट्वीट में जानकारी दी। गोयल ने बताया कि फ्री ट्रेड एग्रीमेंट शुरू होने से भारत और ब्रिटेन दोनों को बिजनेस और ट्रेड में फायदा होगा। इस एग्रीमेंट के जरिये दोनों देश अपने-अपने कारोबारी कानून को आसान बनाएंगे और कस्टम ड्यूटी घटाएंगे। दोनों देशों के बीच निवेश को बढ़ावा देने और माल और सेवा के कारोबार बढ़ाने के लिए यह एग्रीमेंट हो रहा है।
इससे पहले गुरुवार को यूके सरकार ने भारत के साथ फ्री ट्रेड एग्रीमेंट (FTA) शुरू करने की घोषणा की। ब्रिटिश सरकार ने कारोबार के क्षेत्र में इसे सुनहरा मौका बताया। इस अवसर पर ब्रिटेन के प्रधानमंत्री बोरिस जॉनसन ने भारत के साथ इस व्यापारिक समझौते को ऐतिहासिक बताया और कहा कि दोनों देशों का व्यापार इससे नई ऊंचाइयों को छूएगा। जॉनसन ने कहा कि भारत के साथ फ्री ट्रेड समझौते से स्कॉच व्हिस्की, वित्तीय सेवाओं और रिन्यूएबल एनर्जी से जुड़ी टेक्नोलॉजी के क्षेत्र में नए-नए अवसर जुड़ेंगे।
फ्री ट्रेड एग्रीमेंट या FTA होने से पहले भारत और ब्रिटेन में अलग-अलग दौर के समझौते हो रहे हैं और इसके लिए दोनों देशों के वाणिज्य मंत्रियों की मुलाकात हो रही है। पहले दौर का समझौता अगले हफ्ते पूरा होने की उम्मीद है। ब्रिटिश सरकार का कहना है कि यह समझौता होने के बाद दोनों देशों के बीच फ्री ट्रेड एग्रीमेंट लॉन्च करने के लिए औपचारिक बातचीत शुरू हो जाएगी।