‘एमबीबीएस स्टूडेंट्स इन यूक्रेन’ वाट्सएप ग्रुप पैरेंट्स के लिए बना ऑक्सीजन

पानीपत (मानवीय सोच) रूस और यूक्रेन के बीच युद्ध के चलते यूक्रेन में फंसे भारतीय छात्र-छात्राओं को सुरक्षित बाहर निकालने के लिए देश का हर नागरिक अपनी तरह से अलग-अलग प्रयास कर रहा है. सभी इन प्रयासों में कुछ हद तक सफल भी नजर आ रहे हैं. ऐसा ही एक प्रयास पानीपत के यूक्रेन में फंसे बच्चों के माता-पिता ने ‘एमबीबीएस स्टूडेंट्स इन यूक्रेन’  वाट्सएप ग्रुप बनाकर शुरू की.

बच्चे के बारे में मिल रहे सारे अपडेट 

इस ग्रुप के माध्यम से माता-पिता को अपने बच्चे के बारे में सारी अपडेट के साथ सकुशल होने की जानकारी मिल रही है. यह वाट्सएप ग्रुप माता-पिता के लिए ऑक्सीजन साबित हो रहा है.

एमबीबीएस स्टूडेंट्स इन यूक्रेन ग्रुप के एडमिन नरेंद्र से बातचीत हुई तो उन्होंने बताया कि यह ग्रुप बच्चों के माता-पिता को हर तरह की जानकारी दे रहा है. उन्होंने कहा कि इस ग्रुप के माध्यम से माता-पिता को उनके बच्चे की सकुशल जानकारी मिलने के साथ बच्चा कहां, कैसा है व कौन से बॉर्डर पर सुरक्षित है. इन सब की जानकारी माता-पिता तक पहुंच रही है. नरेंद्र ने बताया कि इस ग्रुप से कई बच्चे पानीपत पहुंच चुके हैं. सभी माता-पिता संतुष्ट नजर आ रहे हैं.

खारखीव बॉर्डर पर फंस गया था छात्र 

ग्रुप के एडमिन नरेंद्र ने छात्र दलजीत की जानकारी देते बताया कि छात्र खारखीव बॉर्डर पर फंस गया था. इसकी अपडेट ग्रुप में जब दी गई तो तुरंत से सहयोग मिला और बच्चा सुरक्षित अपने घर है. उन्होंने कहा कि वाट्सएप ग्रुप में यूक्रेन से संबंधित सभी जानकारी कैप्टन सत्यपाल चोपड़ा जो कि मिनिस्ट्री ऑफ एक्सटर्नल अफेयर्स से जानकारी लेकर इस वाट्सएप ग्रुप तक पहुंचा रहे हैं.

माता-पिता के लिए वरदान साबित हो रहा है ये ग्रुप 

छात्रा की मां प्रवीण ने बताया कि इस ग्रुप के माध्यम से मुझे अपनी बेटी की पूरी जानकारी मिली और वह सुरक्षित अपने घर पहुंच चुकी है. उन्होंने कहा कि यह ग्रुप सभी माता-पिता के लिए वरदान साबित हो रहा है.

‘एमबीबीएस स्टूडेंट्स इन यूक्रेन’ ग्रुप में देश में कौन सी फ्लाइट कब आ रही है इसकी पूरी जानकारी माता-पिता तक पहुंच रही है.

 

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