मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की सरकार में अयोध्या को मॉडल सोलर सिटी के तौर पर विकसित करने की प्रक्रिया जारी है। इसी क्रम में देश में लगातार बढ़ते बिजली के बोझ, मांग के अनुरूप कम बिजली उत्पादन व उपभोक्ताओं पर लगातार बढ़ती बिजली की कीमतों के दबाव को देखते हुए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने पीएम सूर्य घर मुफ्त बिजली योजना का शुभारम्भ किया है। केन्द्र सरकार की इस महत्वपूर्ण योजना के अन्तर्गत देश के एक करोड़ घरों को आच्छादित किये जाने का लक्ष्य निर्धारित किया गया है। सोलर रूफटॉप से उत्पादित बिजली मुफ्त होगी। जिसका उपयोग उपभोक्ता अपनी विद्युत आवश्यकता की पूर्ति के लिए कर सकेंगे। केन्द्र सरकार द्वारा निर्धारित लक्ष्य के सापेक्ष उत्तर प्रदेश में 25 लाख घरों पर सोलर रूफटॉप संयंत्र की स्थापित किया जाना है। राम नगरी अयोध्या के 50 हजार घरों को भी पीएम सूर्य घर मुफ्त बिजली योजना से जोड़ने का लक्ष्य निर्धारित किया गया है।
*क्या है पीएम सूर्य घर मुफ्त बिजली योजना
सोलर रूफटॉप संयंत्रों की स्थापना के लिए प्रति किलोवॉट 10 वर्गमीटर छाया रहित छत की आवश्यकता होती है। एक किलोवॉट के रूफटॉप संयंत्र से औसतन प्रतिदिन 4-5 यूनिट बिजली का उत्पादन होता है। संयंत्र से उत्पादित विद्युत का उपयोग भवन स्वामी द्वारा करने के उपरान्त अवशेष विद्युत ग्रिड में चली जाती है जिसका नेटमीटरिंग के माध्यम से विद्युत बिल में समायोजन सबंधित डिस्कॉम द्वारा किया जाता है। उपभोक्ता द्वारा सोलर संयंत्रों की स्थापना में व्यय की गयी धनराशि की प्रतिपूर्ति विद्युत बिल के बचत के रूप में 3 से 4 वर्षों में हो जाती है। संयंत्र का जीवनकाल लगभग 25 वर्ष का होता है। अतः शेष 21 वर्षों तक संयंत्र से उत्पादित विद्युत उपभोक्ता को निःशुल्क प्राप्त होती रहेगी। उक्त योजना का लाभ अधिकाधिक निजी उपभोक्ताओं को प्राप्त हो सके तथा वे प्रेरित हो कर।
अपना स्वयं का “ग्रीन पावर हाउस” स्थापित करने के लिए केन्द्र व प्रदेश सरकार दे रही अनुदान
केन्द्र व प्रदेश कि योगी सरकार द्वारा घरेलू उपभोक्ताओं को अनुदान प्रदान किया जा रहा है। भारत सरकार एवं राज्य सरकार द्वारा अनुमन्य अनुदान इस प्रकार दिए जा रहे हैं।
1- एक किलो वाट – केन्द्रानुदान – 30000, राज्यांश – 15000, कुल अनुदान- 45000 रुपए
2- दो किलो वाट केन्द्रानुदान – 60000, राज्यांश -30000, कुल अनुदान- 90000 रुपए
3- तीन किलो वाट केन्द्रानुदान -78000, राज्यांश – 30000, कुल अनुदान- 108000 रुपए
एक से दस किलोवॉट क्षमता के संयंत्र का अनुमानित मूल्य प्रति किलोवॉट लगभग रुपया 60 से 65 हजार प्रति किलोवाट के मध्य आता है। संयंत्र की स्थापना के उपरांत केन्द्र एवं राज्य सरकार से प्राप्त अनुदान उपभोक्ता के खातों में प्राप्त होता है।
योजना का लाभ पाने के लिए क्या करें
योजना का लाभ प्राप्त करने के लिए नेशनल पोर्टल https://pmsuryaghar.gov.in/ पर ऑनलाइन आवेदन करना होता है। प्रक्रिया को सरल बनाने के लिए भारत सरकार द्वारा मोबाइल ऐप भी विकसित किया गया हैं, जिस पर आवेदन किया जा सकता है। सोलर रूफटॉप संयंत्र की स्थापना बैंक से ऋण लेकर कराये जाने हेतु भारत सरकार के पोर्टल पर विभिन्न बैंको को सूचीबद्ध किया गया है। जिसका लाभ उपभोक्ता द्वारा प्राप्त किया जा सकता है। सोलर रूफटॉप संयंत्रों की स्थापना हेतु एमएनआरई भारत सरकार के दिशा-निर्देशन में वेण्डर इम्पैनलमेण्ट लगभग 700 की कार्यवाही की जा रही है। प्रदेश हेतु सोलर रूफटॉप संयंत्र की स्थापना के निर्धारित लक्ष्य 25 लाख के सापेक्ष डिस्कॉम वार/जनपदवार लक्ष्य निर्धारित किया जाता है।
सोलर सखी चला रहीं डोर टू डोर कैंपेन
यूपी नेडा के अधिकारी प्रवीण नाथ पाण्डेय ने बताया कि योजना का लाभ घर – घर पहुंचे इसके लिए डोर टू डोर कैंपेन भी किया जा रहा हैं। जिसमें 10 महिलाओं की टीम बनाई गई है, इन्हें सोलर सखी का नाम दिया गया है। अयोध्या मे सबसे पहले वार्ड नं 17 में पंडित दीनदयाल नगर व सरोजिनी नगर में सर्व कराया जा रहा है। अयोध्या नगर में 2 साल के अंदर 50 हजार पीएम सूर्य घर योजना से जोड़ा जाएगा। अब तक लगभग 110 घरों को “पीएम सूर्य घर” योजना से जोड़ा गया है। काम शुरू कर दिया है, ये अभियान 2 महीने तक चलेगा। प्रचार गतिविधियों में बैनर प्रदर्शित करना, रणनीतिक स्थानों पर बिलबोर्ड लगाना, बूथ कैंप स्थापित करना और विश्वविद्यालयों, कॉलेजों और स्कूलों में विभिन्न कार्यक्रमों के दौरान पर्चे वितरित करना शामिल होगा।