कर्नाटक में चुनावी साल से पहले उत्तर प्रदेश के रास्ते पर भाजपा : विकास प्लस हिंदुत्व

बेंगलुरू (मानवीय सोच)  साल 2023 में कर्नाटक में विधानसभा के चुनाव होने वाले हैं और इसको लेकर भाजपा यूपी के रास्ते पर चलती दिखाई दे रही है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की दो दिवसीय कर्नाटक यात्रा को इसी से जोड़कर देखा जा रहा है। इस दौरान विभिन्न विकास कार्यों के लोकार्पण के साथ जनता का ध्यान इस तरफ खींचने की कोशिश है। गौरतलब है कि उत्तर प्रदेश में विकास के साथ हिंदुत्व के रास्ते पर चलते हुए हालिया विधानसभा चुनाव में भाजपा ने बड़ी कामयाबी हासिल की थी।

जनता को दिखा रहे विकास
मोदी मंगलवार को मैसूर में विश्व योगा दिवस पर कार्यक्रम में शामिल होंगे। इससे पहले उन्होंने आज कई इंफ्रास्ट्रक्चर प्रोजेक्ट्स को जनता के लिए डेडिकेट किया। भाजपा के एक अंदरूनी सूत्र ने इंडियन एक्सप्रेस को बताया कि चुनाव करीब आने से पहले पार्टी अपने विकास कार्यों को हाईलाइट करना चाहती है। इसके लिए वह पीएम मोदी की विकास पुरुष की इमेज को भी भुना रही है। बता दें कि बेंगलुरू में 15,767 करोड़ रुपए का सबअर्बन रेल प्रोजेक्ट इस इंफ्रास्ट्रक्चर पुश का हिस्सा है। इसके अलावा भी पीएम ने कई परियोजनाओं का उद्घाटन किया।

डबल इंजन की सरकार का जिक्र
पीएम मोदी ने अपने भाषण में भी संकेत दिया है कि उनका यहां आने का मकसद चुनाव से जुड़ा हुआ है। जिस तरह से उन्होंने डबल इंजन सरकार का जिक्र किया, वह साफ तौर पर इसी तरफ इशारा है। वहीं मुख्यमंत्री बोम्मई भी कह चुके हैं कि केवल डबल इंजन सरकार ही प्रदेश को अंतर्राष्ट्रीय स्तर की सुविधाएं हासिल करने में मदद कर सकती है। अब भाजपा कर्नाटक में डेवलपमेंट एजेंडा, हिंदुत्व पर जोर वगैरह की मदद से एंटी इंकम्बैंसी पर फतह पाना चाहती है। गौरतलब है कि पांच राज्यों के विधानसभा चुनाव में चार जगहों पर भाजपा की सरकार बनने के बाद बोम्मई ने कहा था कि इन परिणामों से कर्नाटक को कई सीख मिली हैं।

 

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