कानपुर के एकता गुप्ता मर्डर केस में पति राहुल ने फिर पुलिस की जांच पर सवाल उठाए। उसने कहा- जिम ट्रेनर विमल सोनी DM कैंप ऑफिस का कर्मचारी था। इस बात को भी पुलिस को साफ करना चाहिए। इसीलिए पुलिस DM कंपाउंड की जांच करने से बच रही है। राहुल ने कहा- DM कंपाउंड का CCTV सार्वजनिक किया जाए। अगर DM कंपाउंड का सुबह से शाम तक CCTV सामने रख दिया जाए, तो पूरे केस की गुत्थी सुलझ जाएगी। एकता गुप्ता के पति राहुल ने बताया कि मर्डर में विमल के अलावा DM कैंप ऑफिस के किसी और कर्मचारी की मदद रही है। DM ऑफिस का कर्मचारी था आरोपी विमल सोनी राहुल ने कहा- पत्नी के लापता होने के बाद सबसे पहले मैं ग्रीन पार्क गया और फिर वहां से अमित पाल सर के साथ मैं DM कैंप ऑफिस पहुंचा था।
वहां पर अंदर जाने के बाद स्टाफ से पता किया तो स्टाफ ने बताया कि विमल सोनी तो आज यहां आया नहीं था। उसने छुट्टी ले रखी है। बोल रहा था कि अपने पापा की रिपोर्ट दिखाने दिल्ली गया है। वहां से हमने कर्मचारी धीरेंद्र परिहार भांजे का नंबर लिया। भांजे ने बताया- मामा ने हमको वहां से लिया और घर से बैग कपड़े मंगाए और छोड़ दिया। इसके बाद मामा 10 रुपए देकर घर भेज दिया। इसके बाद मैं वापस आ गया और फिर कोतवाली थाने जाकर अपहरण की रिपोर्ट दर्ज कराई थी। छुट्टी लेने और वहां के कर्मचारियों से साफ है कि वह DM कैंप ऑफिस का कर्मचारी था। पुलिस और DM साहब को इस तथ्यों को भी साफ करना चाहिए।
यह जिम का CCTV है, 24 जून को इसमें एकता बैग के साथ बाहर निकलते हुए दिखी थी। DM कैंप ऑफिस के कर्मचारी की मिलीभगत है राहुल ने कहा- जब इनके भांजे को पकड़ा गया तो उसकी मां कोतवाली थाने पर पहुंची थी। इस दौरान वहां पर आरोपी विमल की बहन आई थी। अपने बेटे को छुड़वाने और मदद मांगने के लिए किसी से फोन पर बात कर रही थी। राहुल ने कहा- जब हमने फोन पकड़ा तो उसमें DM ऑफिस नाम से नंबर सेव था। यहां मौजूद पुलिस वालों ने हैलो…हैलो करके बात करने की कोशिश की तो उधर से फोन कट गया। विमल सोनी की सिस्टर किससे बात कर रही थीं? DM ऑफिस का कौन व्यक्ति मदद कर रहा था? ये सब पता नहीं चल सका। जरूर DM कैंप ऑफिस का कोई व्यक्ति इस मर्डर केस में शामिल है। क्योंकि DM कंपाउंड के ऑफिसर्स क्लब में किसी का शव गाड़ना आसान नहीं है।
एकता की हत्या का आरोपी जिम ट्रेनर विमल सोनी। पुलिस कुछ साफ नहीं कर रही है राहुल ने कहा कि 24 जून को DM आवास में विमल सुबह ही गया था। क्योंकि यहां जब ग्रीन पार्क जिम से 7.28 बजे गाड़ी निकली है तो 15 से 20 मिनट इधर-उधर घूमता रहा और फिर DM ऑफिस गया था। इसके बाद एकता को वहां पर दफना दिया। ये तो DM कैंप ऑफिस के CCTV खंगाले जाएं तो सब साफ हो जाएगा। DM ऑफिस का CCTV सामने आ जाए तो सच्चाई सामने आ जाएगी। हमें तो पुलिस ने बताया नहीं कि वो एक बार गया कि दो बार गया। पुलिस कुछ साफ नहीं कर रही है। ये बताया कि हत्या करने के बाद वहां पर दफना दिया था। मेरी अपील है कि CCTV सामने आए तो सब साफ हो जाएगा। ग्रीन पार्क का CCTV नहीं है। कम से कम DM कैंप ऑफिस का CCTV सामने आ जाए तो सब साफ हो जाएगा।
यह 26 अक्टूबर की रात 10 बजे की पहली तस्वीर है, जब पुलिस ने मजदूर को बुलाकर गड्ढा खुदवाया। पुलिस DM कंपाउंड की जांच करने से बच रही राहुल ने कहा- DM साहब के कंपाउंड में शव मिला, लेकिन DM साहब ने एक भी इस संबंध में परिवार के लोगों से बात करना या मिलना उचित नहीं समझा। इतना ही नहीं मौके पर भी सिर्फ कॉन्स्टेबल, दरोगा, एसीपी और डीसीपी सर आए थे, लेकिन किसी भी बड़े अफसर ने मौका-मुआयना नहीं किया। इस पूरे केस में पुलिस शुरू से ही लापरवाही कर रही है। आरोपी की कार में अटेंडेंस रजिस्टर बरामद जिम के अंदर जो भी जाता है उसकी एंट्री और एग्जिट का रजिस्टर होता है। रजिस्टर में एग्जिट का साइन नहीं था। हत्या के आरोपी विमल सोनी की कार से जिम का अटेंडेंस रजिस्टर बरामद हुआ था। कानपुर हत्याकांड से जुड़ी ये खबरें भी पढ़िए… कानपुर में रईस महिलाओं से नजदीकी बढ़ाता जिम ट्रेनर: नशीला शेक पिलाकर यौन उत्पीड़न और ब्लैकमेल करता था
कानपुर के चर्चित एकता गुप्ता मर्डर और फिर लाश को DM कंपाउंड में दफनाने के मामले में एक और खुलासा हुआ है। जिम ट्रेनर विमल सोनी की वॉट्सऐप चैट और कॉल डिटेल से सामने आया कि वह ट्रेनिंग के दौरान रईस घराने की महिलाओं से पहले नजदीकी बढ़ाता। फिर प्रोटीन शेक में नशीली चीजें मिलाकर उनका यौन उत्पीड़न और ब्लैकमेल करता। उसके संपर्क में एक-दो नहीं, 10 से ज्यादा महिलाएं थीं। जिनके साथ उसका बेहद नजदीकी रिश्ता था। जिम ट्रेनर बोला-एक घूंसे में मरी कारोबारी की पत्नी : कानपुर में अफसरों को ट्रेनिंग देता, इसी बात से इंप्रेस हुई मैं कानपुर में अधिकारियों को जिम में ट्रेनिंग देता था, अकसर मेरा उनके यहां भी आना-जाना था। जब मैं अफसरों और उनकी पत्नियों को ट्रेनिंग देता तो एकता मुझे एकटक देखती रहती थी। वह मुझसे इंप्रेस थी। जिम में और भी ट्रेनर थे, लेकिन एकता ने मुझसे ही ट्रेनिंग लेनी चाही। धीरे-धीरे हम करीब आ गए। इसी बीच मेरी शादी तय हो गई। इस बात से वह काफी नाराज थी, मैंने उसे बहुत समझाने की कोशिश की, लेकिन वह नहीं मानी। उस दिन गुस्से में मैने एकता को एक घूंसा मार दिया, जिससे वह मर गई।