लखनऊ (मानविया सोच) केन्द्रीय कानून मंत्री किरण रिजिजू ने उत्तर प्रदेश में पूर्ववर्ती अखिलेश यादव सरकार में कानून-व्यवस्था चौपट होने और कब्जा करने वालों का बोलबाला होने का अपना निजी अनुभव साझा करते हुए बताया कि पिछली सरकार में उनके अपने गुरु जी की संपत्ति पर कब्जा हुआ और बतौर केन्द्रीय मंत्री वह कुछ नहीं कर पाए।
रिजिजू ने शुक्रवार को देर शाम लखनऊ में आयोजित अधिवक्ता समागम में बताया कि 2014 में उनके गुरु जी की जमीन पर कब्जा होने पर उन्होंने कार्रवाई के लिए जब संबद्ध पुलिस अधिकारी से बात की, मगर फिर भी कुछ नहीं हो सका। उन्होंने बताया कि मैं अरुणाचल प्रदेश का रहने वाला हूं, जहां से सूर्योदय होता है। मेरे गुरु उत्तर प्रदेश के रहने वाले शिक्षक थे। कुछ माफियाओं ने 2014 में मेरे गुरु जी की ही जमीन पर कब्जा कर लिया था।
कानून मंत्री ने बताया कि उस समय मैं केंद्र सरकार में मंत्री था। मैंने जिस पुलिस अफसर को फोन कर गुरु जी की मदद करने का अनुरोध किया तो उस समय की सरकार ने उस पुलिस अधिकारी का ही तबादला कर दिया। बाद में जब प्रदेश में भाजपा सरकार बनी तब मैं अपने गुरु जी को उनकी जमीन वापस दिला पाया।