लखनऊ (मानवीय सोच) उत्तर प्रदेश के चिकित्सा शिक्षा मंत्री सुरेश कुमार खन्ना ने आज यहां डाॅ0 राम मनोहर लोहिया आयुर्विज्ञान संस्थान के एकेडमिक ब्लाक में कोरोना योद्धाओं को सम्मानित किया। इस दौरान उन्होंने कोविड-19 नाॅलेज रिपोसिट्री पोर्टल/वेबसाइट-www.covidknowledgemedicaleducationup.in लांच किया। यह वेबसाइट चिकित्सा शिक्षा विभाग और ममता-हेल्थ इन्स्टीट्यूट फाॅर मदर एण्ड चाइल्ड के सहयोग से तैयार की गयी है। राज्य में मेडिकल काॅलेजों द्वारा किये गये शोध सहित कोविड-19 से सम्बंधित सभी सूचनाएं इसके माध्यम से प्राप्त की जा सकती है।
इस अवसर पर चिकित्सा शिक्षा मंत्री ने सभी कोरोना योद्धाओं का हार्दिक आभार व्यक्त किया। उन्होंने कहा कि प्रदेश में कोविड-19 महामारी के संक्रमण को रोकने में सफलता प्राप्त की गयी। उन्होंने कहा कि यह बीमारी पहली बार जब मार्च, 2020 में उ0प्र0 में सामने आयी तो चिकित्सा शिक्षा विभाग ने अपनी कमर कसते हुए सभी मेडिकल काॅलेजों में कोविड आइसोलेशन तथा आईसीयू बेड की तैनाती के साथ-साथ सभी जगहों पर परीक्षण सुविधाओं को बढ़ाते हुए उपचार के दिशा-निर्देश विकसित किये गये। इसके साथ ही नैतिकता और रोकथाम पर प्रशिक्षण भी दिया गया।
श्री खन्ना ने कहा कि किसी भी सेवा का मूल्यांकन होना आवश्यक है। उन्होंने कोरोना योद्धाओं को सम्बोधित करते हुए कहा कि आज सम्मान के रूप में उन्हें जो भी मिला है वह उनके अपने परिश्रम का प्रतिफल है। जिन लोगों ने कोविड में अच्छा कार्य किया अपनी जान, भविष्य, परिवार तथा बच्चों की परवाह न करते हुए लोगों की जान बचाई उनकी सेवाओं के लिए उनका सम्मान अवश्य होना चाहिए। उन्होंने कहा कि यह सभी की इच्छा होती है कि उनके द्वारा अच्छा कार्य करने पर उनका उत्साहवर्द्धन एवं सम्मान हो। उन्होंने कहा कि हम बहुत कठिन परिस्थितियों से गुजरे हैं। वर्तमान में अन्तर्राष्ट्रीय स्तर पर जो खबरें आ रही हैं वह चिन्ताजनक हैं। जिस प्रकार कोविड-19 के ओमिक्राॅन या इसके समकक्ष अन्य वायरस जो फैल रहे हैं उसके लिए भी सावधानी बरतने की आवश्यकता है। यह हम सबकी जिम्मेदारी है कि इसके बारे में लोगों को जागरूक किया जाय।
इस अवसर पर चिकित्सा शिक्षा मंत्री ने मेडिकल काॅलेजों को स्मृति चिन्ह के साथ परीक्षण, नवाचार, अनुसंधान प्रकाशन, रोगीभार, व्यक्तिगत लक्ष्य प्राप्तिकर्ता जैसी विभिन्न श्रेणियों के तहत सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन करने वालों को सम्मानित किया। अधिकतम नमूने परीक्षण की श्रेणी के तहत केजीएमयू को सम्मानित किया।