ओडिशा (मानवीय सोच) ओडिशा पुलिस ने सोशल मीडिया पर हनी ट्रैप में फंसाकर लोगों को ब्लैकमेल करने के मामले में एडवाइजरी जारी की है. पुलिस ने कहा कि सोशल मीडिया पर ‘डिजिटल सुंदरियों’ से बातचीत करते हुए लोग सतर्कता बरतें.
सोशल मीडिया पर डिजिटल सुंदरियों से बचें
पुलिस ने रविवार को एडवाइजरी जारी कर कहा कि ‘डिजिटल सुंदरियां’ सोशल मीडिया पर लोगों को अश्लील बातों के लिए लुभाती हैं. इसके बाद लोग जब उनके झांसे में आ जाते हैं तो फिर उस वीडियो रिकॉर्डिंग का इस्तेमाल उन्हें ब्लैकमेल करने के लिए करती हैं.
पुलिस के एक वरिष्ठ अधिकारी ने कहा कि राज्य में इस तरह के मामले बढ़ रहे हैं, लेकिन कई लोग शर्म के चलते पुलिस के पास शिकायत दर्ज नहीं कराते हैं.
शर्म की वजह से लोग दर्ज नहीं कराते शिकायत
उन्होंने कहा, ‘कई लोग शिकायत दर्ज कराने के लिए आगे आने को तैयार नहीं होते हैं. इसलिए हमने सोशल मीडिया पर इस बुराई के खिलाफ जागरूकता पैदा करने का फैसला किया है. ’
ओडिशा पुलिस ने ट्विटर पर कहा कि ब्लैकमेल गिरोह में शामिल महिलाएं सोशल मीडिया पर फर्जी अकाउंट के जरिए वीडियो कॉल कर लोगों को अपना शिकार बनाती हैं. पुलिस ने अपनी एडवाइजरी में कहा, ‘अजनबियों से इस तरह की बाचतीत करने से बचना चाहिए.’
देशभर में सामने आ रहे इस तरह के मामले
बताते चलें कि सोशल मीडिया पर हनीट्रैप में फंसाकर उगाही करने के मामले पूरे देश में सामने आ रहे हैं. इसमें गिरोह में शामिल महिलाएं फेसबुक पर फर्जी अकाउंट बनाकर लोगों से दोस्ती गांठती हैं. फिर धीरे-धीरे दोस्ती को आगे बढ़ाते हुए वे उन्हें वीडियो कॉल पर बात करने का ऑफर देती हैं. जब लोग वीडियो कॉल में रोमांटिक बातें कर रहे होते हैं तो आरोपी महिलाएं एक-एक कर अपने सारे कपड़े उतारना शुरू कर देती हैं. साथ ही पीड़ित को भी कपड़े उतारने के लिए उकसाती हैं.
वीडियो रिकॉर्डिंग करके की जाती है उगाही
महिला की बातों में आकर कई बार पीड़ित अपने कपड़े उतार देता है. गिरोह में शामिल महिलाएं इस सारी घटना की वीडियो रिकॉर्डिंग कर लेती हैं और फिर उस रिकॉर्डिंग को पीड़ित के मोबाइल पर भेजकर पैसे की डिमांड करती हैं. एक बार जब पीड़ित पैसा देना शुरू कर देता है तो वह सिलसिला खत्म होने के बजाय अंतहीन समय तक बढ़ता ही चला जाता है.