दिल्ली में 250 घरों पर बुलडोजर चल रहा है। नगीना से नवनिर्वाचित सांसद चंद्र शेखर आजाद ने एक वीडियो शेयर करते हुए बताया कि दिल्ली के सिविल लाइंस में ढाई सौ घरों को तोड़ा जा रहा है। चंद्र शेखर ने बताया कि ये सभी घर 80 साल पुराने हैं। इस दौरान चंद्र शेखर ने कहा कि इन घरों को तोड़ने के लिए 4 महीने पहले नोटिस दिया गया था, लेकिन सोमवार को वही नोटिस दिखाकर घरों को गिराया जा रहा है। आइये जानते हैं पूरा मामला क्या है। सोमवार को उत्तर प्रदेश के नगीना से सांसद चंद्र शेखर ने ‘एक्स’ पर पोस्ट करते हुए लिखा, “देश की राजधानी दिल्ली के सिविल लाइंस के खैबर पास में बाल्मीकि समाज के 250 से ज्यादा घर है और ये 80–80 साल पुराने है,
एक बाल्मीकि मंदिर भी बना हुआ हैं। 4 महीने पहले का नोटिस आज दिखा कर 250 मकानों को जमींदोज किया जा रहा है। पीएम नरेंद्र मोदी बताएं आखिर ये लोग जाए तो कहां जाए? केंद्र सरकार को घर खाली करने से पहले लोगों को नए घर मुहैय्या करवाने चाहिए थे। आखिर कब तक हमारे लोगों के कच्चे–पक्के आशियानों को उजाड़ा जाता रहेगा साथ ही ये मांग भी करता हूं कि बुल्डोजर इस कार्यवाही को तुरंत रुकवाया जाय।” चंद्र शेखर आजाद उत्तर प्रदेश की नगीना लोकसभा सीट से सांसद हैं। आजाद दलितों की बड़ी आवाज माने जाते हैं।
देशभर में दलितों के खिलाफ होने वाली हिंसा पर खुलकर अपना विरोध दर्ज करवाते हैं और उनका प्रतिनिधित्व करते हैं। सांसद बनने के बाद भी चंद्र शेखर आजाद अपने पुराने रंग में नजर आ रहे हैं। अब दिल्ली में दलित बस्ती में प्रशासन की बुलडोजर कार्रवाई पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से सवाल पूछा है। चंद्र शेखर आजाद ने बस्ती में रह रहे लोगों के घर तोड़ने को लेकर लोगों को नया घर देने की भी बात कही है।