नई दिल्ली (मानवीय सोच) : प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी देश में तेजी से बढ़ रहे स्टार्टअप उद्यमों के लिए उनके फलने-फूलने के परिवेश को और अच्छा बनाने का शनिवार को आश्वासन देते हुए कहा कि स्टार्टअप इकाइयां देश के सुदूर क्षेत्रों और महिला आबादी के लिए विकास के अवसरों की विषमता दूर करने में बड़ी भूमिका निभा सकती हैं।
उन्होंने कि नये विचारों और नवप्रवर्तन के साथ काम करने वाले भारत के युवा स्टार्टअप उद्यमी दुनिया भर में देश का परचम लहरा रहे और समस्याओं के समाधान प्रस्तुत कर रहे हैं। वह स्टार्टअप इंडिया सप्ताह के दौरान युवा स्टार्टअप उद्यमियों के साथ वीडियो कॉन्फ्रेंस के माध्यम से बातचीत कर रहे थे। स्टार्टअप सप्ताह कल सम्पन्न हो रहा है।
मोदी ने कहा, ‘युवाओं के हर सुझाव, हर विचार और हर नवप्रवर्तन को सरकार का पूरा समर्थन मिलेगा।’ प्रधानमंत्री ने इस अवसर पर 16 जनवरी को ‘राष्ट्रीय स्टार्टअप दिवस’ के रूप में मनाने की भी घोषणा की। मोदी ने वर्ष 16 में इसी दिन सरकार की एक बड़ी पहल स्टार्टअप इंडिया की शुरूआत की थी और स्टार्टअप इकाइयों के लिए कर, पेटेंट एवं कापीराइट्स , श्रम एवं पर्यावरण कानूनों के अनुपालन में कई रियायतें देने के साथ उद्यमपूंजी कोष सुलभ कराने की पहल की थी।
मोदी ने कहा कि भारत में 2015 में बमुश्किल 500 स्टार्टअप थे आज 60 हजार से अधिक स्टार्टअप हो गए है। हमारा स्टार्टअप इकोसिस्टम दुनिया में अग्रणी स्थान पर हुंच गया है। आज के संवाद में कृषि, स्वास्थ्य, उद्यम प्रणाली, अंतरिक्ष, उद्योग 4.0, सुरक्षा, फिनटेक, पर्यावरण आदि सहित विभिन्न क्षेत्रों के 150 के करीब स्टार्टअप ने भाग लिया। ये इकाइयां भविष्य की प्रौद्योगिकी, विनिर्माण क्षेत्र में चैंपियंस का निर्माण औरग्रोइंग फ्रॉम रूट्स, नजिंग द डीएनए, फ्रॉम लोकल टू ग्लोबल, सतत विकास सहित विभिन्न् विषयों पर काम कर रही हैं।
‘आजादी का अमृत महोत्सव’ के एक भाग के रूप में, वाणिज्य और उद्योग मंत्रालय के उद्योग एवं आंतरिक व्यापार संवर्धन विभाग द्वारा 10 से 16 जनवरी, 2022 तक एक सप्ताह चलने वाले कार्यक्रम, ‘सेलिब्रेटिंग इनोवेशन इको-सिस्टम’, का आयोजन किया है। यह आयोजन स्टार्टअप इंडिया पहल के शुभारंभ की छठी वर्षगांठ का प्रतीक है।
मोदी ने कहा कि 2016 में स्टार्टअप इंडिया की बड़ी पहल के बादसरकार ने स्टार्टअप उद्योगों की प्रगति और उन्नति को बढ़ावा देने के लिए एक सक्षम वातावरण तैयार करने की दिशा में काम किया है। इससे देश में क्षेत्र में अत्यधिक प्रगति हुई है। भारत आज दुनिया में स्टार्टअप इकाइयों का तीसरा सबसे बड़ा हब है।