फर्रुखाबाद में दलित लड़कियों की मौत का सच!

उत्तर प्रदेश के फर्रुखाबाद में इस हफ्ते की शुरुआत में एक पेड़ से लटकी पाई गईं दो दलित लड़कियों की मौत के मामले में उत्तर प्रदेश पुलिस ने शुक्रवार (30 अगस्त) दो युवकों के खिलाफ आत्महत्या के लिए उकसाने का मामला दर्ज किया. मामला भारतीय न्याय संहिता की धारा 108 के तहत दर्ज किया गया है, जिसे पहले भारतीय दंड संहिता की धारा 306 के रूप में जाना जाता था. दोनों आरोपियों की पहचान पवन और दीपक के रूप में हुई है. हालांकि, अभी लड़कों की गिरफ्तारी नहीं हो पाई है. पुलिस उनकी तलाश कर रही है. पुलिस ने बताया कि लड़कियों के पास से मोबाइल सेट भी मिला था.

इसी मोबाइल सेट में दोनों लड़कियां सिम डालकर पवन और दीपक से घंटों बातचीत किया करती थीं. परिवार वालों को बातचीत का पता न लगे इसलिए वह फोन का सिम निकाल देती थीं और जब बात करनी होती थी तब सिम लगाती थीं. को एक पेड़ से लटका हुआ पाए जाने के बाद से ही यहां के लोगों में रोष है. 15 और 18 साल की दो लड़कियों को मंगलवार सुबह आम के बगीचे में एक पेड़ से लटका हुआ पाया गया, जिससे एक दशक पहले बदायूं में दो बहनों की भयानक मौत की यादें ताजा हो गईं. दोनों लड़कियां पड़ोसी और करीबी दोस्त थीं और उनके शव एक ही दुपट्टे से लटके हुए पाए गए. पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट से पता चला कि लड़कियों की मौत दम घुटने या फांसी से हुई. इसके आधार पर पुलिस ने कहा कि मामला आत्महत्या का प्रतीत होता है. हालांकि, अब दो लड़कों के खिलाफ FIR दर्ज कर दी गई है.