लखनऊ विकास प्राधिकरण की टीम ने सोमवार को अभियान चलाकर चार व्यवसायिक निर्माण सील किए। इनमें दुबग्गा व गोमती नगर में सील तोड़ने पर दोबारा कार्रवाई की गई। साथ ही बिल्डरों के खिलाफ एफआईआर के निर्देश दिए गए। शनिवार को दुबग्गा में बेगरिया रोड पर टीम ने रिजवान व अन्य द्वारा बिना मानचित्र स्वीकृति के बनाया जा रहा कॉम्पलेक्स सील किया था। टीम के जाते ही बिल्डर ने सील तोड़कर निशान मिटा दिए थे।
अभियंताओं पर सवाल उठे तो सोमवार को पहुंची टीम को कॉम्पलेक्स खुला मिला। जोनल अधिकारी राजीव कुमार के निर्देश पर दोबारा सील किया गया और नियमों का उल्लंघन करने पर बिल्डर के खिलाफ एफआईआर कराने निर्देश दिए गए। वहीं प्रवर्तन जोन-1 में जोनल अधिकारी देवांश त्रिवेदी के नेतृत्व में विनम्र खंड में राजकुमार व अन्य द्वारा 200 वर्गमीटर क्षेत्रफल में बनाया जा रहा चार मंजिला भवन निर्माण व गोमती नगर विस्तार के सेक्टर-5 में हितेश खन्ना व अन्य द्वारा किया जा रहा भवन निर्माण सील किया गया।
इसके अलावा गोमती नगर के सृजन विहार में नावेद सिद्दीकी व अन्य द्वारा 200 वर्गमीटर क्षेत्रफल में व्यावसायिक निर्माण दोबारा सील किया गया। जहां मौके पर अवैध तरीके से सील खोलकर निर्माण व फिनिशिंग कराई जा रही थी। कार्रवाई के दौरान सहायक अभियंता उदयवीर सिंह, अवर अभियंता विपिन बिहारी राय व सुरेन्द्र द्विवेदी के साथ पुलिस बल रहा।
बचते रहे सहायक अभियंता, बोले सील था निर्माण बेगरिया रोड पर टीम के जाने के बाद निर्माण की सील तोड़ना, नोटिस फाड़ना और शटर पर लाल रंग से निशान व तारीख मिटाने की घटना ने अभियंताओं को सवालों के घेरे में खड़ा कर दिया। जवाबदेही की बारी आई तो लीपापोती में जुट गए। कार्रवाई के डर से आनन-फानन में निर्माण दोबारा सील किया। इसके बाद भी सहायक अभियंता जीतेंद्र सील टूटी होने से इन्कार कर गए। बताया कि निर्माण सील मिला था। इसका फोटो व वीडियो बनाए हैं। उपाध्यक्ष प्रथमेश कुमार ने संज्ञान लेकर नाराजगी जताई थी।