नजीबाबाद (मानवीय सोच) कर्नाटक से शुरू हुआ हिजाब प्रकरण भले ही थम गया हो लेकिन यूपी के बिजनौर में उसी से जुड़ा एक किस्सा सामने आया है। इस किस्से ने लोगों हैरान भी किया और परेशान भी। हकीकत पता लगते ही लोगों को हंसी भी आई तो गुस्सा भी। इस पूरे प्रकरण में एक मनचला किरदार निभा रहा था। लोगों को जब तक मनचले की हरकतों के बारे में पता लगा तो हंगामा हो गया। इसके बाद इसे पकड़कर पुलिस को सौंप दिया गया।
मामला बिजनौर जिले के नजीबाबाद क्षेत्र का है। शनिवार को कुछ छात्रों ने बुर्का पहने एक युवती को देखा। शक होने पर छात्रों ने उसका पीछा किया। इधर उस युवती के बारे में पुलिस को भी सूचना दे दी गई। पुलिस भी मुस्तैदी से सीकेआई चौराहे पर पहुंच गई। बुर्का पहने युवती बस से उतरी। उसका पकड़ने का प्रयास किया गया तो वह भागकर पास ही शौचालय में छिप गई। हालांकि किसी तरह उसे पकड़ लिया गया। इसके बाद पुलिस उसे पकड़कर आदर्शनगर चौकी ले आई।
पकड़ी गई लड़की से जब पुलिस ने पूछताछ करनी शुरू की तो पुलिस के भी होश उड़ गए। बुर्के के अंदर से युवती की जगह किसी लड़के की आवाज आ रही थी। पुलिस ने बुर्का उतरवाया तो अंदर एक लड़का निकला। पकड़े गए लड़के ने पुलिस को बताया कि वह एक स्कूल में 11वीं का छात्र है। पुलिस ने इसके बाद उसके माता पिता को मामले की सूचना दी और किशोर को पुलिस थाने ले आई। किशोर ने ऐसा क्यों किया इस बारे में कुछ भी नहीं बताया।
हिन्दु संगठनो ने कार्रवाई की मांग
जैसे ही एक युवती बन कर कालेज में किशोर के जाने की बात चर्चा में आई तो उक्त मामले को लेकर भाजपाई व हिन्दु संगठन के चौधरी ईशम सिंह, भाजपा नगर अध्यक्ष मुकुल रंजन दीक्षित, राजकुमार प्रजापति, रितेश सेन, दीपक वाल्मीकि आदि ने सीओ गजेन्द्र पाल से मुलाकात कर उक्त मामले में कार्रवाई की मांग को लेकर प्रार्थना पत्र सौंपा। उधर छात्रों का भी आरोप है कि उक्त युवक पूर्व में भी कई बार बुरका पहन कर बस में छात्राओं के पास बैठ कर यात्रा करते देखा गया है। इतना ही नहीं वह कॉलेज के गेट पर बुर्का पहनकर लड़कियों से छेड़खानी करते भी देखा गया है। सीओ गजेन्द्र पाल के निर्देश पर चौकी प्रभारी धनवान सिंह ने किशोर के खिलाफ संबधित धाराओं में मामला दर्ज करने की बात कही है।