नई दिल्ली (मानविया सोच): बुल्ली बाई ऐप मामले में आरोपी और ऐप का निर्माता नीरज बिश्नोई हैकिंग के कामें में लिप्त रहा है। इंटेलिजेंस फ्यूजन और स्ट्रैटेजिक ऑपरेशन के डीसीपी केपीएस मल्होत्रा ने बताया कि पूछताछ में आरोपी ने कबूल किया है कि वह हैकिंग का आदी है। 15 साल की उम्र से वह हैकिंग कर रहा है। इसके साथ ही आरोपी ने दावा किया है कि उसने भारत और पाकिस्तान की कई स्कूल और विश्वविद्यालय की वेबसाइट को हैक किया है।
आरोपी नीरज बिश्नोई का झुकाव जापान की एनिमेशन के गेमिंग कैरेक्टर GIYU की ओर है। उसने GIYU शब्द का उपयोग करके कई ट्विटर हैंडल बनाए थे। उसने GIYU शब्द से अकाउंट बनाया था, जिसके माध्यम से उसने कानून प्रवर्तन एजेंसियों को उसे पकड़ने की चुनौती दी थी। बता दें कि बुल्ली बाई ऐप पर कई मुस्लिम महिलाओं की तस्वीरें अपलोड कर उन्हें नीलामी के लिए बताया गया था।
आरोपी के पिता दशरथ बिश्नोई ने कहा कि उनका बेटा एक बुद्धिमान छात्र है। वह ज्यादातर अकेले ही रहता है और अपने लैपटॉप के साथ चिपका रहता है। उन्होंने आगे कहा कि 10वीं की परीक्षा में अच्छे अंक पाने पर उसे असम सरकार की एक योजना के तहत लैपटॉप मिला था। लैपटॉप मिलने के बाद वह उसका आदी हो गया था। मार्च 2020 में पहले लॉकडाउन के दौरान तो उसने लगभग खुद को कमरे में बंद कर लिया था।
नीरज (21) की गिरफ्तारी के बारे में पूछे जाने पर उसके पिता ने कहा कि असम पुलिस के अपने समकक्षों के साथ दिल्ली पुलिस के तीन जवान पांच जनवरी की रात करीब 11 बजे जोरहाट जिले के राजामैदान इलाके के दिगंबर चौक स्थित उनके घर पहुंचे और उनसे पूछताछ की। अगली सुबह वह उसे अपने साथ ले गए। बुल्ली बाई ऐप मामले में नीरज चौथा आरोपी है जिसकी गिरफ्तारी हुई है।