दुनिया को भारत की सनातन संस्कृति से रूबरू कराने वाले महाकुंभ के भव्य आयोजन के लिए केंद्र और राज्य सरकार के विभिन्न विभागों ने दिन-रात एक कर दिया है, लेकिन मेले से जुड़ी 500 परियोजनाओं को तय समयसीमा में गुणवत्तापूर्ण ढंग से पूरा करना अधिकारियों के सामने एक बड़ी चुनौती है. प्रयागराज में 14 जनवरी, 2025 को मकर संक्रांति के स्नान के साथ शुरू होने जा रहे महाकुंभ का दायरा और बजट 2013 के पिछले महाकुंभ से लगभग तीन गुना है. प्रदेश सरकार के 15 से अधिक विभाग कुंभ की तैयारियों में जुटे हैं. कार्य की प्रगति धीमी होने की वजह से सरकार ने समयसीमा बढ़ाकर 15 दिसंबर, 2024 तक कर दी है.