युद्ध के बीच यूक्रेन में फंसे हैं कई भारतीय, क्या है भारत सरकार का प्लान

नई दिल्ली  (मानवीय सोच) यूक्रेन पर रूस के हमले के बाद वहां फंसे भारतीय छात्रों ने सरकार से वतन वापसी की गुहार लगाई है. इसके साथ ही यूक्रेन में पढ़ रहे छात्रों के परिवारजन दिल्ली में यूक्रेन दूतावास के बार पहुंचे हैं. इस मामले को लेकर विदेश मंत्रालय में उच्च स्तरीय बैठकें चल रही हैं. कहा जा रहा है कि यूक्रेन से भारतीयों को वापस लाने के लिए इमरजेंसी सर्विसेज को अमल में लाया जाएगा.

यूक्रेन ने हवाई क्षेत्र में उड़ानों पर लगाई पाबंदी

जानकारी के मुताबिक, उत्तर-पूर्वी यूक्रेन के ऊपर हवाई क्षेत्र में नागरिक हवाई यातायात पर प्रतिबंध लगाने के लिए एक  जारी किया. इसके बाद यूक्रेन ने सुबह 6.15 बजे से उड़ानों की सुरक्षा के लिए ज्यादा जोखिम के कारण नागरिक हवाई उड़ानों के लिए अपने हवाई क्षेत्र को बंद करने का नोटिस जारी किया. इसके चलते वहां फंसे भारतीयों को लेने गया एयर इंडिया का AI-1947 विमान रास्ते ही वापस लौट आया.

इमरजेंसी सर्विसेज पर अमल करेगी सरकार

इसे देखते हुए भारत सरकार इमरजेंसी सर्विसेज को अमल में लाने की तैयारी कर रही है. हवाई क्षेत्र के बंद होने को देखते हुए वैकल्पिक रास्तों पर विचार किया जा रहा है. इसके अलावा रूसी भाषी अधिकारियों को यूक्रेन में भारतीय दूतावास में भेजा गया है और उन्हें यूक्रेन के पड़ोसी देशों में तैनात किया जा रहा है. यूक्रेन में भारतीय दूतावास काम कर रहा है. उनके द्वारा जारी निर्देशों का पालन करने की अपील वहीं फंसे भारतीय छात्रों से की गई है

भारत सरकार ने भारतीयों की मदद के लिए जारी की हेल्पलाइन 

भारत सरकार ने युद्ध के हालात को देखते हुए यूक्रेन में फंसे भारतीयों के लिए गाइडलाइन और हेल्पलाइन नंबर जारी किए हैं. ये हेल्पालाइन 24 घंटे काम करेगी. इसके साथ-साथ वहां फंसे लोग दी गई वेबसाइट पर भी मदद मांग सकते हैं. यूक्रेन में जारी ताजा हालात के बाद भारतीय दूतावास ने कीव की यात्रा करने वालों को अस्थायी तौर पर अपने शहरों को लौटने की सलाह दी है.

 

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