यूक्रेन से लाने पर बोले भाजपा विधायक, ‘एक डेड बॉडी की जगह फ्लाइट में आ सकते हैं 8 लोग

नई दिल्ली (मानवीय सोच) यूक्रेन में गोलीबारी में मारे गए भारतीय छात्र को लेकर भाजपा के विधायक का एक विवादित बयान सामने आया है। कर्नाटक के भाजपा विधायक अरविंद बेलाड ने गुरुवार को यूक्रेन में एक मार्च को गोलाबारी में मारे गए मेडिकल छात्र नवीन के शव को वापस लाने पर एक सवाल का जवाब देते हुए कहा कि एक शव के बजाय आठ लोगों को एक विमान में बैठाया जा सकता है।

बेलाड ने कहा, “फ्लाइट में एक शव लाने के लिए ज्यादा जगह की जरूरत होती है। एक शव के लिए जरूरी जगह में आठ लोगों को बैठाया जा सकता है और उन्हें वापस लाया जा सकता है।”

पत्रकारों से बात करते हुए उन्होंने कहा कि सरकार मृतक नवीन के शव को यूक्रेन से वापस लाने के लिए हर संभव प्रयास कर रही है, लेकिन जैसा कि उस देश में युद्ध चल रहा है, ऐसे में उन लोगों को जिंदा वापस लाना और शवों को वापस लाना और भी मुश्किल हो गया है।

बेलाड उत्तर कर्नाटक से भाजपा के नेता हैं। यूक्रेन में मारे गए भारतीय छात्र नवीन भी इसी क्षेत्र से आते हैं। बेलाड ने कहा, “सरकार की तरफ से प्रयास जरूर किए जा रहे हैं… वहाँ युद्ध चल रहा है। उसके बीच प्रयास किया जाएगा और हो सका तो शव को वापस लाया जाएगा। जो जिंदा हैं उन्हें लाना मुश्किल है, इसलिए शव को वापस लाना और भी मुश्किल होगा।” उन्होंने कहा, “एक शव को फ्लाइट में लाने के लिए अधिक स्थान की आवश्यकता होती है। शव के लिए जरूरी स्थान पर, आठ व्यक्तियों को बैठाया जा सकता है और वापस लाया जा सकता है।”

गौरतलब है कि खारकीव नेशनल मेडिकल यूनिवर्सिटी में चौथे वर्ष के मेडिकल के छात्र नवीन शेखरप्पा ज्ञानगौदर की मंगलवार को खारकीव में भारी गोलाबारी में मौत हो गई थी।

प्रधानमंत्री मोदी और कर्नाटक के मुख्यमंत्री बसवराज बोम्मई ने परिवार से बात की है और उन्हें आश्वासन दिया है कि वे नवीन के शव को वापस लाने के लिए सभी प्रयास करेंगे। उनके पिता शेखरप्पा ने पीएम मोदी से बात करते हुए यूक्रेन में फंसे हजारों छात्रों को वापस लाने की अपील की थी. हालांकि अभी तक परिजनों को शव मिलने की जानकारी नहीं मिली है।

भाजपा विधायक की ये विवादित टिप्पणी केंद्रीय मंत्री प्रह्लाद जोशी के उस बयान के बाद आई है जब उन्होंने कहा था कि मेडिकल की पढ़ाई करने के लिए विदेश जाने वाले 90% छात्र भारतीय प्रवेश परीक्षाओं को पास नहीं कर पाते। मंगलवार को विपक्षी नेताओं ने उनके बयान की कड़ी निंदा की थी। बता दें कि अभी भी हजारों भारतीय छात्र युद्धग्रस्त यूक्रेन में फंसे हैं।

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