नई दिल्ली (मानवीय सोच): गणतंत्र दिवस समारोह के समापन के प्रतीक के रूप में दिल्ली के विजय चौक पर ‘बीटिंग द रिट्रीट’ समारोह शुरू हो चुका है। इस बार ‘बीटिंग द रिट्रीट’ समारोह बेहद खास है क्योंकि समारोह में पहली बार 1,000 स्वदेशी ड्रोन से आसमान जगमगाएगा। ‘मेक इन इंडिया’ पहल के अंतर्गत इस समारोह की अवधारणा डिजाइन और कोरियोग्राफी की गई है। समारोह के मुख्य अतिथि राष्ट्रपति के अलावा प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी भी मौजूद हैं। हर साल 29 जनवरी को इस खास बीटिंग रिट्रीट का आयोजन किया जाता है। इसमें तीनों सेनाएं रहती हैं और समारोह के समापन के बाद सेनाएं अपने बंकर में वापस चली जाती हैं। इसके अलावा पुलिस बल के स्पेशल बैंड भी इसमें हिस्सा लेते हैं।
पहली बार लेजर शो का आयोजन
10 मिनट के इस ड्रोन लाइट शो के जरिए आकाश में 75 सरकारी उपलब्धियों को प्रदर्शित किया जाएगा। इसके अलावा मेक इन इंडिया, आजादी का अमृत महोत्सव जैसे अभियानों को ड्रोन के जरिए आसमान में दर्शाया जाएगा। बीटिंग द रिट्रीट समारोह में पहली बार लेजर शो का आयोजन किया जाएगा। ड्रोन शो के दौरान सिंक्रोनाइज्ड बैकग्राउंड म्यूजिक भी बजाया जाएगा। समारोह के अंत से पहले स्वतंत्रता के 75 वर्ष पूरे होने के उपलक्ष्य में प्रोजेक्शन मैपिंग शो भी होगा। लगभग 3-4 मिनट की अवधि के इस शो को नॉर्थ और साउथ ब्लॉक की दीवारों पर प्रदर्शित किया जाएगा।
भारतीय उत्साह के साथ मार्शल संगीत की धुनें इस साल समारोह की खास होंगी। भारतीय सेना, नौसेना, वायु सेना और केंद्रीय सशस्त्र पुलिस बलों (सीएपीएफ) के बैंड कुल 26 धुनों से दर्शकों को मंत्रमुग्ध करेंगे। इसकी शुरुआत ‘वीर सैनिक’ की धुन बजाते हुए मास बैंड से होगी। इसके बाद पाइप्स एंड ड्रम बैंड, सीएपीएफ बैंड, एयर फोर्स बैंड, नेवल बैंड, आर्मी मिलिट्री बैंड और मास बैंड होंगे। समारोह के मुख्य कंडक्टर कमांडर विजय चार्ल्स डी’ क्रूज होंगे। ‘आजादी का अमृत महोत्सव’ मनाने के लिए समारोह में कई नई धुनें जोड़ी गई हैं। इनमें ‘केरल’, ‘हिंद की सेना’ और ‘ऐ मेरे वतन के लोग’ शामिल हैं। इस कार्यक्रम का समापन ‘सारे जहां से अच्छा…’ लोकप्रिय धुन के साथ होगा।