लखनऊ में बेसमेंट में चल रहीं कोचिंग सेंटर्स को LDA सील कर रहा है। 2 दिन में ऐसे 26 कोचिंग सेंटर बंद कराए गए जो बेंसमेंट में चलाए जा रहे थे। इनमें विद्यापीठ, एकलव्य लाइब्रेरी जैसे कई नामी सेंटर भी शामिल हैं। LDA की कार्रवाई को कई एक्सपर्ट सही बता रहे हैं। वहीं कुछ एक्सपर्ट कहते हैं कि कार्रवाई गलत है। इससे छात्रों का नुकसान होगा। LDA को जांच करके, जो गलत है, उनके खिलाफ कार्रवाई करनी चाहिए। वहीं छात्र कहते हैं कि हम सफलता और सुरक्षा दोनों चाहते हैं। दिल्ली जैसे हादसे मन को विचलित करते हैं। अब सीलिंग की कार्रवाई से भी हम परेशान हैं। गुनाहगार कई, कब होगा एक्शनLDA की कार्रवाई पर प्रो. धीरेंद्र सिंह कहते हैं कि लखनऊ में नियमों की अनदेखी कर 2 हजार से अधिक कोचिंग संस्थान चलाए जा रहे हैं। सभी पर कार्रवाई से ही सिस्टम में सुधार संभव है। इंजतार है कि जो भी कोचिंग सेंटर बेसमेंट में चलाए जा रहे हैं। उन सभी पर कार्रवाई होगी। महज 50 या सौ पर कार्रवाई से हालत नहीं सुधरेंगे।
छात्र कहते हैं कि हम सफलता और सुरक्षा दोनों चाहते हैं। हदसा कहीं हो उसका असर पड़ता हैअंबेडकर नगर के मूल निवासी फराज 3 सालों से NEET की तैयारी कर रहे हैं। लखनऊ के एक निजी कोचिंग संस्थान में इस बाद से एडमिशन लिया है। वो कहते हैं कि अचानक से दिल्ली जैसी कही कोई घटना हो जाती है तो असर सभी पर पड़ता है। मेरी कोचिंग का बेसमेंट का हिस्सा सील कर दिया गया है। हालांकि मनाही सिर्फ बेसमेंट जाने पर है, बाकी जगह क्लास चल रही है। फोकस सिर्फ तैयारी पर ही है, पर दिल्ली जैसी घटनाएं विचलित करती हैं। नियमित पढ़ाई हो रही बाधितलखनऊ के फिजिक्स वाला (PW) कोचिंग के एक स्टूडेंट ने बताया कि मेरी कोचिंग पर कार्रवाई के बाद सीलिंग की गई है। इसके चलते शिफ्ट और टाइमिंग पर असर पड़ा है। पहले शिफ्ट शुरू होने के समय से आने पर सीट मिल जाती थी। अब एक घंटे पहले आना पड़ता है। एक्शन जरूरी है। स्टूडेंट्स के हित में हैं।