‘मेरी बेटी शादी में गई थी। यहां से अपनी बहन के घर चली गई। अगले दिन घर से निकली, लेकिन आज तक नहीं पहुंची। पिछले 4 साल से तलाश रहा हूं। यहां तक की रेड लाइट एरिया जीबी रोड में भी तस्वीर लगाई। शक था कि कहीं ऐसा तो नहीं कि बेटी को बेच दिया गया हो। इलाहाबाद के मीरगंज और दिल्ली के नरेला रेड लाइट पर फोटो लगाई। हरिद्वार गया। बड़े से बड़े मंदिर में पहुंचा। सोचा कहीं भीख तो नहीं मंगवाई जा रही। अपने स्तर से जितना हो सका तलाश की। ऐसी कोई जगह नहीं छोड़ी जहां-जहां से उम्मीदें थी।
अब मुख्यमंत्री योगी से उम्मीद है कि हमारी बेटी को जिंदा या मुर्दा तलाशा जाए। पुलिस से पूछने पर सब यही कहते हैं कि तलाश जारी है। मुझे बस ये पता चल जाए कि बेटी इस दुनिया में है या नहीं ये दर्द है लखनऊ के उस पिता का जिसकी बेटी 2020 से लापता है। वह दर-दर उसकी तलाश में भटक रहा है, लेकिन 4 साल बाद भी कोई सुराग नहीं लगा यह तस्वीर असमान्या शुक्ला की है वह 2020 से लापता है। बहन के घर से लौटते समय हुई लापता पिता अवधेश कुमार शुक्ला का कहना है कि 30 नवंबर 2020 को बड़ी बेटी सपना के ससुराल में शादी थी। रामलीला मैदान में शादी समारोह रखा गया था। परिवार के साथ शामिल होने गए थे। देर रात परिवार के लोग घर वापसी कर रहे थे। बेटी असमान्या शुक्ला वहीं रुक गई।