लखनऊ यूनिवर्सिटी में हंगामा

बहस के बाद छात्र कुलपति कार्यालय की ओर दौड़ने लगे। पुलिस ने सभी को रोक दिया। खुलते ही पहले दिन LU में छात्रों का प्रदर्शनNSUI समर्थित छात्र संगठन के एक गुट ने अपनी मांगों को लेकर 12 बजे के करीब प्रदर्शन शुरू कर दिया। इस दौरान छात्र नारेबाजी करने लगे। थोड़ी देर बाद जब प्रॉक्टोरियल बोर्ड कैंपस का राउंड लेकर वापस लौटा तो सरस्वती प्रतिमा के सामने धरना दे रहे छात्रों से बात करने पहुंचे। इस बीच प्रॉक्टोरियल बोर्ड के एक सदस्य की किसी बात पर स्टूडेंट्स भड़क गए और छात्रों का हंगामा बढ़ गया।

छात्रों धरना स्थल से कुलपति कार्यालय की तरफ दौड़ पड़े। पुलिस ने छात्रों को रोक दिया। दरअसल, छात्रों का आरोप था कि 13 जुलाई को BA LLB प्रवेश परीक्षा में विश्वविद्यालय प्रशासन की लापरवाही के कारण जो क्वेश्चन पेपर बांटा गया, उसमें तमाम गलतियां थीं। बाद में वॉट्सऐप के जरिए प्रश्नों को परीक्षा कक्ष में भेजा गया, जो मानकों के खिलाफ और किसी एग्जाम की शुचिता का भी उल्लंघन है। छात्रों की ये है मांग रिटायर्ड प्रोफेसर की अध्यक्षता में जांच कमेटी गठित की जाए, जो पूरे मामले की निष्पक्ष जांच करे और एक सप्ताह में रिपोर्ट पेश करे। परीक्षा समन्वयक को बर्खास्त किया जाए और उनकी जांच कराई जाए। विश्वविद्यालय प्रशासन इस पूरे घटनाक्रम का लिखित स्पष्टीकरण जारी करे। प्रवेश परीक्षा समाप्त होने के बाद अभ्यर्थियों को प्रश्न पत्र दिया जाए, जिससे परीक्षा में पारदर्शिता बनी रहे।